बिलासपुर:हिमाचल प्रदेश में गरीबों का हक डकारने वालों में बिलासपुर जिला के पांच अधिकारी और कर्मचारी नाम व पते समेत ट्रेस किए गए हैं. इनमें एक सदर, दो घुमारवीं, एक झंडूता और एक नैनादेवी से संबंधित हैं. देखने वाली बात यह है कि इनमें मेडिकल ऑफिसर से लेकर क्लर्क तक संलिप्त पाए गए हैं. इनके खिलाफ विभागीय स्तर पर जांच चल रही है और इसी हफ्ते ब्लॉकों में जांच कर रहे निरीक्षकों की तरफ से विभाग के पास रिपोर्ट पहुंच जाएगी. जिसके आधार पर शुक्रवार तक डिपुओं से लिए गए सरकारी राशन के एवज में रिकवरी के लिए इन्हें शो कॉज नोटिस जारी किए जाएंगे.
जानकारी के मुताबिक बीपीएल और अंत्योदय में शामिल होकर सरकारी राशन का लाभ उठा रहे प्रदेश भर के 125 अधिकारी और कर्मचारी ट्रेस किए गए हैं. जिसके तहत सर्वाधिक आंकड़ा कांगड़ा जिला का है. कांगड़ा जिला के 47 अधिकारी और कर्मचारी संलिप्त पाए गए हैं. यह अधिकारी और कर्मी सालों से सरकारी सुविधा का लाभ उठा रहे हैं. मामला संज्ञान में आने के बाद विभाग ने इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया और जांच बिठाई गई थी.
सरकार ने हर जिला से रिपोर्ट तलब की है. जिन अधिकारी और कर्मचारियों ने आज दिन तक सरकारी सुविधा का लाभ उठाया है, उनसे रिकवरी होगी. जिसके लिए जिलों में विभागीय स्तर पर जांच चल रही है. ब्लॉक स्तर पर जांच का जिम्मा निरीक्षकों को सौंपा गया है.
बिलासपुर जिला की बात करें तो ट्रेस की गई पहली सूची में पांच अधिकारी और कर्मचारी संलिप्त पाए गए हैं. हैरानी इस बात की है कि बीपीएल और अंत्योदय सूची में बड़े अधिकारी और क्लर्क तक शामिल हैं. ब्लॉक स्तर पर इनके खिलाफ जांच की जा रही है कि इन्होंने सरकारी डिपुओं से आज दिन तक कितना राशन प्राप्त किया है और किन पंचायतों में राशनकार्ड कब-कब बने हैं.