बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में बिलासपुर के मेधावी छात्रों ने डंका बजाया है. टॉप-10 मेरिट सूची में जिला के आठ छात्रों ने स्थान पाया है. खास बात यह है कि इन आठ में से छह स्थान होनहार छात्राओं ने अपना नाम दर्ज करवाया है.
टॉप-3 में रहने वाली राजकीय उच्च विद्यालय पंतेहड़ा की छात्रा अनीशा शर्मा समेत मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं की तीन बेटियों श्रेया शर्मा, शगुन शर्मा व आरषी मेहता के अलावा नॉप्स पब्लिक स्कूल घुमारवीं की अभिलाषा व कामाक्षा शर्मा प्रदेश भर में चमकी हैं, जबकि ग्लोरी पब्लिक स्कूल बिलासपुर के वंश गुप्ता और नवज्योति स्कूल बिलासपुर के शौर्य शर्मा ने टॉप 10 मेरिट सूची में स्थान हासिल कर शिक्षकों, माता-पिता और क्षेत्र का नाम रोशन किया है.
राजकीय उच्च पाठशाला पंतेहड़ा की होनहार छात्रा अनिशा शर्मा ने बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा की मेरिट सूची में टॉप 3 में स्थान पाया है. 98.43 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही अनिशा का सपना आईएएस बनने का है. अनीशा जमा एक कक्षा में नॉन मेडिकल की पढ़ाई करेंगी. अनिशा के पिता ललित शर्मा एसवीएम बरोटा में टीजीटी और माता पवना कुमारी एसवीएम पंतेहड़ा में अध्यापिका हैं. अनिशा पढ़ाई में काफी तेज है और यही वजह है कि प्रतिभा खोज परीक्षा में जिला भर में अव्वल स्थान प्राप्त कर स्कॉलरशिप की हकदार भी बनी हैं. इस स्कॉलरशिप के तहत हर महीने एक हजार रूपए अनिशा को जमा दो कक्षा की पढ़ाई तक मिलते रहेंगे.
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की श्रेया शर्मा ने 98.29 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में चौथा स्थान हासिल किया. श्रेया बड़ी होकर चिकित्सक बनकर जनसेवा करना चाहती है. पापा शशिपाल शर्मा और माता सरिता कुमारी के घर जन्मी श्रेया 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती है. श्रेया के पापा पलोग स्कूल में नॉन मेडिकल के टीजीटी पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता भाषा अध्यापिका है. श्रेया ने अपनी उपलब्धि का श्रेय मिनर्वा स्कूल के शिक्षकों व माता-पिता के अलावा बड़े भाई को दिया है. मिनर्वा स्कूल के प्रिंसिपल प्रवेश चंदेल ने बेटी के उज्जवल भविष्य की कामना की है.
वहीं, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की शगुन शर्मा ने 98.14 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में पांचवा स्थान हासिल कर नाम रोशन किया है. शगुन ने बड़ी होकर डॉक्टर बनने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए वह दिन में 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती है. पन्याला गांव की शगुन के पिता संजीव कुमार दयोथ इलाके में फार्मासिस्ट हैं और माता दधोल स्कूल में आईटी टीचर हैं. शगुन ने अपनी उपलब्धि का श्रेय मिनर्वा स्कूल के शिक्षकों और अभिभावकों को दिया है. मिनर्वा स्कूल के प्रिंसीपल प्रवेश चंदेल ने बेटी के उज्जवल भविष्य की कामना की है.