बिलासपुर: कहते हैं जहां चाह वहां राह कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया घुमारवीं की रहने वाली यंग सांइटिस्ट डॉ. शुभ्रा शर्मा ने जिन्हें अभी हाल ही में जेजी नेगी साइंटिस्ट अवार्ड से नवाजा गया है, जो कि न सिर्फ जिला बल्कि प्रदेश के लिए भी गौरव की बात है. यह अवार्ड डॉ. शुभ्रा को इंडियन जियोफिजिकल रिसर्च लैबोरेट्री यूनियन हैदराबाद की ओर से दिया गया है.
डॉ. शुभ्रा ने हिमालय के ग्लेशियर पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को समझने की दिशा में अद्वितीय शोध कार्य किया है, जिस के लिए उन्हें इस अवार्ड से नवाजा गया है. वर्तमान में शुभ्रा बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी (यूपी) में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर अपनी सेवाएं दे रही हैं.
बचपन से ही हिमालय को लेकर जिज्ञासु रही शुभ्रा
घुमारवीं से संबंध रखने वाली ये यंग सांइटिस्ट सेवानिवृत्त निदेशक शिक्षा विभाग डा. ओपी शर्मा तथा सेवानिवृत प्रिंसीपल नीलम शर्मा की बेटी है. पिता की नौकरी काल में इनकी प्रारंभिक शिक्षा मंडी, शिमला आदि स्थानों पर हुई. उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से जियोग्राफी विषय में मास्टर की डिग्री हासिल की. जबकि पीएचडी की उपाधि वाडिया इंस्टीट्यूट आफ हिमालयन जियोलॉजी देहरादून से प्राप्त की है. उसके बाद शुभ्रा ने फिजीकल रिसर्च लेबोरेट्री अहमदाबाद से पोस्ट डॉक्ट्रल फैलोशिप की उपाधि हसिल की.