बिलासपुर:बिलासपुर के बरमाणा में बंद हुई सीमेंट फैक्ट्री से प्रदेश में बड़ी बेरोजगारी की त्रासदी आएगी. क्योंकि इससे न केवल ऑपरेटर, बल्कि छोटे से बड़े कारोबारी व दुकानदारों पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं. इसी के साथ फैक्ट्री बंद होने से बरमाणा क्षेत्र के अधिकतर लोग प्रभावित होंगे. इसके बंद होने से हिमाचल सरकार को भी आर्थिकी नुकसान होगा. क्योंकि उक्त कंपनी अपनी कमाई का कुछ हिस्सा हिमाचल सरकार को भी देती आई है. (Cement factory closed in Barmana)
बताया जा रहा है कि बैठक में एसीसी प्रबंधन जहां ढुलाई किराया कम करने की बात कर रहा है. वहीं, ऑपरेटरों ने किराया कम नहीं करने की बात कही है. वहीं, अब अगली बैठक 20 दिसंबर को रखी गई है. ऑपरेटरों ने भी बैठक आयोजित कर जल्द ही इस मसले पर निर्णय लेने के साथ विचार विमर्श करने की बात कही है. लेकिन जब तक कोई निर्णय नहीं हो जाता है तब तक एसीसी सीमेंट उद्योग पर ताला ही लटका रहेगा. (ACC cement Plant Closed in Himachal)
जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम को कंपनी प्रबंधन ने प्लांट को बंद करने के फरमान जारी कर दिए. उधर, अदानी समूह की एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाणा के प्लांट हेड ने बुधवार शाम को नोटिस जारी कर गुरुवार से फैक्ट्री में अनिश्चित काल के लिए सभी गतिविधियां बंद करने की घोषणा की. एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाणा से जिला बिलासपुर और प्रदेश के करीब 3800 ट्रक ऑपरेटर जुड़े हैं. इनमें द बिलासपुर जिला ट्रक ऑपरेटर परिवहन सहकारी सभा के 2,300 ट्रक चालक माल ढुलाई कर परिवार पालते हैं. पूर्व सैनिक सभा के 1,500 ट्रक हैं. अगर प्लांट बंद होता है तो 3,800 ऑपरेटर बेरोजगार होंगे. इसके अलावा 3,800 चालक, 1,500 परिचालक बेरोजगार होंगे.