बिलासपुर:भानुपल्ली-बिलासपुर ब्रॉड गेज रेल लाइन निर्माण की राह में 24,708 छोटे बड़े पेड़ आएंगे. इनमें से 14,600 बड़े पेड़ शामिल हैं. वन विभाग ने तीन चरणों के सर्वेक्षण के तहत चिन्हित किए गए एरिया में पेड़ों की गिनती का काम पूरा कर लिया है. इसके तहत दूसरे चरण के सर्वे में चयनित जमीन की एफसीए क्लीयरेंस के लिए केस वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के देहरादून विंग को भेज दिया गया है. साथ ही इस केस में लगाए गए 12 ऑब्जेक्शन को दुरुस्त कर दोबारा रिपोर्ट देहरादून भेजी गई है.
अब तीसरे चरण के सर्वे में चयनित 2885 हेक्टेयर जमीन का एफसीए केस तैयार किया जा रहा है, जिसे भी जल्द ही सम्मिट किया जाएगा. जंडौरी से धरोट होते हुए बिलासपुर तक 5215 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के निर्माण के लिए कुल 13,921 हेक्टेयर एरिया चयनित किया गया है. पहले चरण के सर्वे में चयनित 54 हेक्टेयर की एफसीए क्लीयरेंस हो चुकी है.
पंजाब से सटी सीमा पर जंडौरी से धरोट तक 10 किलोमीटर एरिया में 7835 छोटे-बड़े पेड़ चिन्हित किए गए हैं. इनमें से 3600 बड़े पेड़ शामिल हैं. इसी तरह दूसरे चरण के सर्वे के तहत धरोट से जकातखाना तक 38 किलोमीटर एरिया में चयनित 5636 हेक्टेयर जमीन पर 12 हजार छोटे बड़े पेड़ हैं, जिनमें से सात हजार बड़े पेड़ शामिल हैं.
खबर की पुष्टि करते हुए बिलासपुर डीएफओ सरोज भाई पटेल ने बताया कि जकातखाना से बिलासपुर तक 14 किलोमीटर एरिया में चयनित 2885 हेक्टेयर जमीन पर 4872 छोटे-बड़े पेड़ हैं, जिनमें से चार हजार बड़े पेड़ शामिल हैं. चयनित जमीन की फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए केस बन रहा है और जल्द ही स्वीकृति के लिए देहरादून कार्यालय को भेजा जाएगा. उधर, सरकार ने इस महत्त्वपूर्ण रेल लाइन बनाने के लिए रेलवे विकास निगम ने चार साल का लक्ष्य तय किया है.