बिलासपुर: हिमाचल में वाल्मीकि परिवारों (Valmiki families in Himachal) को जहां एक ओर हिमाचली प्रमाणपत्र मिल सकेंगे, वहीं अन्य सुविधाएं भी उन्हें उपलब्ध होंगी. जिसमें 2 बिस्वा जमीन भी शामिल है. यह बात सदर के विधायक सुभाष ठाकुर ने बिलासपुर के परिधि गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि हिमाचल में वर्षों रहे वाल्मीकि परिवारों को राहत देने के लिए भाजपा सरकार चल रहे विधासभा सत्र में एक बिल ला रही है. जिसके पारित होने से इन परिवारों के हिमाचली प्रमाण पत्र सहित अन्य मसले हल हो सकेंगे.
सदर विधायक ने बताया कि इन परिवारों की इन परिवारों को हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर रहते हुए 40 से 50 वर्ष हो गए हैं. बिलासपुर में भी काफी परिवार इस तरह से रह रहे हैं, जिन्हें उपरोक्त सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. उन्होंने बताया कि इन परिवारों को हिमाचली प्रमाण नहीं मिलने व राजस्व संबंधी मसले नहीं होने से उन्हें परेशान होना पड़ रहा था. इस बिल के पारित हो जाने से इन परिवारों को राहत मिलेगी. इन सुविधाओं के लिए इन परिवारों को काफी इंतजार करना पड़ रहा था. इस बिल में इन परिवारों के लिए 2 बिस्वा भूमि दिए जाने का भी प्रस्ताव रखा गया है.
बिलासपुर में करीब 400 परिवार होंगे लाभान्वित: बिलासपुर की बात करें तो करीब 400 परिवार इससे लाभान्वित होंगे. सुभाष ठाकुर ने राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले (State Level Nalwari Fair) की तैयारियों पर चर्चा करते हुए कहा कि इस वर्ष राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का कहलूर रियासत की प्राचीन संस्कृति व परंपराओं से जोड़ा जा रहा है. ताकि भावी पीढ़ी को भी बिलासपुर की कहलूर की संस्कृति का ज्ञान प्राप्त हो सके. सुभाष ठाकुर ने कहा कि उन्होंने मौजूदा बजट सत्र में बिलासपुर जिले से संबंधित विभिन्न मुद्दों को उठाया, जिसके तहत प्रदेश सरकार ने टीसीपी या नगर परिषद के तहत चेंज ऑफ लैंड के लिए अधिसूचना जारी कर दी है.