बिलासपुर: कोरोना का खतरा अभी टला नहीं था कि बिलासपुर प्रशासन को डेंगू के फैलने का भय सताने लगा है. बरसात के मौसम में हर साल डेंगू बिलासपुर में भारी कोहराम मचाता है. जिसको देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. डेंगू के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने ग्रांउड स्तर तक सारी टीमें तैयार कर दी हैं.
बात अगर 2018 की करें तो बिलासपुर में डेंगू के 2 हजार से अधिक मामले सामने आए थे. जिसके चलते हिमाचल प्रदेश पूरे देश में डेंगू मामलों को लेकर चौथे नंबर पर था. जिला प्रशासन इस बात को अच्छे से जानता भी है और समझता भी है कि हिमाचल में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले बिलासपुर में ही सामने आते हैं. जिसके मद्देनजर डेंगू से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारियां कर रखी हैं. प्रशासन की तरफ से जगह-जगह फॉगिंग की जा रही है.
भले ही प्रशासन डेंगू से निपटने के लिए भरसक प्रयास कर रहा हो, लेकिन इस बात में कोई दोराय नहीं है कि हर साल ये तैयारियां धराशाई हो जाती है. 2018 की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी आउट ऑफ कंट्रोल हो चुके डेंगू को फैलने के लिए नेशनल इंच्टीच्यूट ऑफ मलेरिया की टीम बिलासपुर पहुंची थी. वहीं, पुडुचेरी की टीम ने भी बिलासपुर शहर का दौरा किया था.
इस साल डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी कमर कस ली है. विभाग की टीम पूरे जिला के हॉट स्पॉट एरिया में जाकर लोगों के घरों में जाकर डेंगू के लारवे की जांच करेगी. वहीं, इस दौरान जांच में अगर किसी के भी घर में डेंगू का लारवा पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.