बिलासपुर: बरमाणा एसीसी सीमेंट फैक्ट्री पर अनिश्चित कालीन समय के लिए लगे ताले को लेकर प्रशासन, ऑपरेटर, एसीसी प्रबंधन के बीच आयोजित बैठक बेनतीजा रही. गुरुवार को बचत भवन बिलासपुर में उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें एसीसी सीमेंट उद्योग की ओर से प्लांट हेड अमिताभ सिंह, बीडीटीएस बरमाणा की ओर प्रधान जीतराम गौतम सहित अन्य मौजूद रहे. इस बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया. (barmana acc cement factory closed) (ACC Cement Plant Shut Down in Himachal) (Ambuja Cement Plant Shutdown in Himachal)
बताया जा रहा है कि बैठक में एसीसी प्रबंधन जहां ढुलाई किराया कम करने की बात कर रहा है. वहीं, ऑपेटरों ने किराया कम नहीं करने की बात कही है. वहीं, अब अगली बैठक 20 दिसंबर को रखी गई है. वहीं, ऑपरेटरों ने भी बैठक आयोजित कर जल्द ही इस मसले को लेकर निर्णय को लेकर अन्य के साथ विचार विमर्श करने की बात कही है, लेकिन जब तक कोई निर्णय नहीं हो जाता है तब तक एसीसी सीमेंट उद्योग पर ताला ही लटका रहेगा, जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम को कंपनी प्रबंधन ने प्लांट को बंद करने के फरमान जारी कर दिए.
उधर, अडानी समूह की एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाणा के प्लांट हेड ने बुधवार शाम को नोटिस जारी कर गुरुवार से फैक्ट्री में अनिश्चित काल के लिए सभी गतिविधियां बंद करने की घोषणा की. एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाणा से जिला बिलासपुर और प्रदेश के करीब 3800 ट्रक ऑपरेटर जुड़े हैं. इनमें द बिलासपुर जिला ट्रक ऑपरेटर परिवहन सहकारी सभा के 2,300 ट्रक चालक माल ढुलाई कर परिवार पालते हैं. पूर्व सैनिक सभा के 1,500 ट्रक हैं. (ACC management meeting in Bilaspur)
प्लांट बंद होने पर 3800 ऑपरेटर हो जाएंगे बेरोजगार: अगर प्लांट बंद होता है तो 3,800 ऑपरेटर बेरोजगार होंगे. इसके अलावा 3,800 चालक, 1,500 परिचालक बेरोजगार होंगे. फैक्ट्री बंद होने से बिलासपुर से स्वारघाट तक करीब 600 मेकेनिक और टायर पंचर का काम करने वालों की ज्यादातर रोजी-रोटी ट्रकों से चलती है. इनके अलावा क्षेत्र में ढाबा चलाने वालों की रोजी-रोटी पर भी प्रभाव पड़ेगा.
कंपनी में 530 नियमित कर्मचारी: कंपनी में 530 नियमित कर्मचारी और 450 कर्मचारी ठेके पर हैं. फैक्ट्री बंद होने से इन सभी पर रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा. करीब पांच माह पहले ही अडानी समूह ने एसीसी इकाई को टेकओवर किया था. उसके बाद पहले एसीसी और ट्रक ऑपरेटर के बीच हुए 15,000 मीट्रिक टन माल ढुलाई को कम कर 5,000 मीट्रिक टन किया. उसके बाद ऑपरेटरों ने जमकर इसका विरोध किया. अब कंपनी प्रबंधन ने कर्मचारियों को भी काम पर आने से मनाही कर दी. (Adani group cement factory in Himachal)