बिलासपुर: जिला से अभी तक 1105 लोगों के सैंपल कोरोना जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए हैं. इन सैंपलों में से 1051 की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और सात की रिपार्ट पॉजिटिव आई है. जबकि 47 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि प्रदेश में बाहरी राज्यों से बहुत ज्यादा संख्या में लोग अपने-अपने घरों को आ रहे हैं. सभी की बॉर्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और सरकार के आदेशों के अनुसार रेड जोन से लौट रहे लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रखा जा रहा है और पांच से सात दिनों के अंदर उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. बाहरी राज्यों से लौटे लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उन्हें होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है. अन्य लोगों को डॉक्टर की अनुमति के हिसाब से क्वारंटाइन किया जा रहा है.
डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर बताएं. कोरोना टेस्ट की जांच के निर्देशों पर बताए गए स्वास्थ्य संस्थान में जाकर अपना टेस्ट अवश्य करवाएं. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी आदेशों के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य और सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दंडनीय अपराध घोषित कर दिया गया है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों से सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस कोविड-19 के बारे में सभी को कोरोना के लक्षणों और इसके बचाव की पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है. उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने के लिए गंदे हाथों से नाक, मुंह अथवा आंखों को न छुएं, किसी से मिलने के दौरान हाथ न मिलाएं, न गले लगाएं, सार्वजनिक स्थानों पर खुले में न थूके. बिना चिकित्सक के परामर्श से दवा न लें, इस्तेमाल किए हुए नैपकिन या टिशू पेपर खुले में न फेंके, खुले में रखी किसी चीज का स्पर्श न करें और न ही किसी चीज को अनावश्यक हाथ लगाएं, जानवरों के संपर्क में आने से बचें, सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से बचें, बिना मास्क पहने घर से बाहर न निकलें, अस्पतालों में बहुत ही जरूरी होने पर जाएं, अनावश्यक भीड़ न करें, अफवाहों पर विश्वास न करें और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जानकारी से अपडेट रहें.
ये भी पढ़ें:मां की हिम्मत से चल रही बेटे की सांसें, कोरोना संकट में जिंदगी बचाने के लिए लगाई मदद की गुहार