बिलासपुर:ओलंपिक भारत के लिए विशेष बच्चों के लिए 6 दिवसीय फलोरबाॅल कोचिंग कैंप का आयोजन किया जा रहा है. कोचिंग कैंप में प्रदेश के वन मंत्री राकेश पठानिया और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की.
फ्लोरबॉल का नेशनल कोचिंग कैंप का आयोजन
स्पेशल ओलंपिक भारत की ओर से बिलासपुर स्थित लुहनू खेल परिसर के इंडोर स्टेडियम में फ्लोरबॉल के 6 दिवसीय नेशनल कोचिंग कैंप आयोजन किया गया. इसमें 6 मार्च को खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के बाद कैंप की विधिवत शुरुआत की गई. कोचिंग कैंप का शुभारंभ प्रदेश के वन एवं युवा सेवाएं और खेल मंत्री राकेश पठानिया ने किया. बिलासपुर सदर विधायक सुभाष ठाकुर विशेष अतिथि और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल भी मुख्य रूप में मौजूद रहे.
16 राज्यों के 120 विशेष खिलाड़ी ले रहे भाग
कैंप के दौरान देश के 16 राज्यों के 120 विशेष खिलाड़ियों ने भाग लिया जो कि आगामी 5 दिनों तक फ्लोरबॉल की बारीकियां सीखेंगे. इनमें से चयनित खिलाड़ी 22 से 28 जनवरी 2022 को काजान एशिया में होने वाली 8वीं विश्व स्तरीय शीतकालीन खेलकूद प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे. शिविर के दौरान स्पेशल ओलंपिक भारत हिमाचल प्रदेश की अध्यक्ष मल्लिका नड्डा ने अपने संबोधन में स्पेशल ओलंपिक को अन्य ओलंपिक खेलों की तरह दर्जा मिलने की बात कही.
विशेष खिलाड़ियों को स्पेशल कोटे से मिलेगी नौकरी
मल्लिका नड्डा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को स्पेशल कोटे में नौकरी मिलने, हरियाणा में विशेष खिलाड़ियों को भीम अवार्ड से सम्मनित कर कैश प्राइस मिलने की तर्ज पर ही हिमाचल में एकलव्य अवार्ड सहित इनाम राशि दिए जाने की अपील की है. साथ ही विशेष खिलाड़ियों के रुकने के लिए हॉस्टल सुविधा दिए जाने की भी मांग की है.