बिलासपुर: कोरोना संकट में बाहरी राज्यों में फंसे प्रदेश के लोगों को वापिस लाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. अभी तक प्रदेश में हजारों लोगों की वापसी हो चुकी है. इसी कड़ी में बुधवार सुबह करीब पांच बजे श्रमिक एक्सप्रेस रेलगाड़ी में 25 लोगों की वापसी हुई.
सुबह करीब पांच बजे ऊना पहुंचे 25 लोगों को एचआरटीसी की बस से चिंतपूर्णी स्थित श्री चिंतपूर्णी सदन में कवारंटाइन कर दिया गया. इस दौरान जिला उपायुक्त संदीप कुमार भी मौके पर पहुंचे और सारी व्यवस्थाओं की जांच की. उपायुक्त के साथ चिन्तपूर्णी हॉस्पिटल के एसएमओ संदीप नरूला तहसीलदार अंब मनोज ठाकुर भी मौजूद रहे.
एचआरटीसी बस में चिंतपूर्णी लाए गए 25 लोग. अंब के तहसीलदार मनोज ठाकुर ने बताया कि वापस आए सभी 25 लोग जिला ऊना के रहने वाले हैं. ऊना जिला में सभी क्वारंटाइन सेंटर भर जाने कीवजह से इन लोगों को बिलासपुर जिला में क्वारंटाइन किया गया है. उन्होंने बताया कि श्री चिंतपूर्णी सदन में 22 और यात्री निवास चिंतपूर्णी भरवाई में तीन लोगों को रखा गया है.
तहसीलदार ने बताया कि सभी लोगों के लिए रोजमर्रा के जरूरी समान और तीन समय के पैक भोजन की भी व्यवस्था कर ली गई है. बता दें कि उपायुक्त संदीप कुमार जिला बिलासपुर में कोरोना महामारी से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. उपायुक्त ने भरवाई स्थित यात्री निवास को भी कवारंटाइन सेंटर में तब्दील कर दिया है.
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गौरतलब है कि प्रदेश में बाहरी राज्यों से लोगों की वापसी के साथ ही कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में राहत की बात ये है कि बाहरी राज्यों में फंसे लोगों को वापिस लाने के साथ ही उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है. इसके बाद इन लोगों की कोरोना जांच की जा रही है. रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही लोगों को होम क्वारंटाइन होने के आदेशों के साथ घर जाने दिया जा रहा है. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीजों को कोविड केयर सेंटर में उपचाराधीन रखा जा रहा है.