चिंतपूर्णी/ ऊना: चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली नारी चिन्तपूर्णी ग्राम पंचायत में पिछले साल ग्राम सभा की बैठक में 61 बीपीएल परिवारों को गरीबी रेखा की सूची से बाहर कर दिया गया था, जिससे वास्तव में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को कोरोना काल में दाने-दाने के लिए भटकना पड़ रहा है. ऐसे में ग्रामीणों ने सरकार से बीपीएल परिवारों का सर्वेक्षण करवाने की मांग की है.
बता दें कि बलवीर सिंह गरीब के साथ-साथ दिव्यांग हैं और अपनी बुजुर्ग मां के साथ रहते हैं, लेकिन उनको गरीबी रेखा की सूची से बाहर करने पर उन्हें राशन के लिए कोरोना काल में इधक-उधर भटकना पड़ रहा है. वहीं, बलवीर सिंह जैसे कई परिवार हैं, जो गुरबत में जिंदगी बसर करने को मजबूर हो गए हैं. नारी चिन्तपूर्णी पंचायत में कई विधवा औरतें भी हैं, जिस पर परिवार को चलाने की जिम्मेदारी भी है. ऐसे में सवाल यही उठता है कि गरीब परिवारों को बीपीएल सूची से क्यों हटाया गया है.