ऊना: प्रदेश में आज से श्रावण अष्टमी मेले की शुरुआत हो गई है. इस खास मौके पर प्रदेशभर के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर नवरात्र मेलों के चलते सरकार के आदेशों के बाद हिमाचल की सीमाओं पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए नाकेबंदी शुरू कर दी गई है. नए आदेश के तहत किसी भी धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं को कोविड-19 की आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट (RT PCR negative report) या वैक्सीनेशन के दोनों डोज के सर्टिफिकेट के बिना हिमाचल में प्रवेश नहीं मिलेगा.
रविवार और सोमवार की मध्य रात्रि करीब 12:00 बजे से शुरू हुई नाकेबंदी के बाद पुलिस और प्रशासन की टीमों ने पहले ही दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं को बैरंग वापस लौटा दिया. अधिकतर श्रद्धालुओं को सरकार द्वारा जारी किए गए फरमानों की जानकारी ही नहीं थी. कई श्रद्धालु केवल मात्र एक डोज का सर्टिफिकेट लेकर हिमाचल की सीमा में प्रवेश करना चाह रहे थे. प्रदेश की सीमा पर बढ़ाई गई सख्ती के चलते किसी को भी अधूरे दस्तावेजों के साथ प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है. जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि श्रावण नवरात्र मेलों में भाग लेने वाले सभी श्रद्धालुओं को हर हालत में सरकार के फरमान का पालन करना होगा वरना किसी को भी हिमाचल में प्रवेश की अनुमति भी नहीं मिलेगी.
सरकार द्वारा श्रावण अष्टमी मेलों के चलते हिमाचल के प्रवेश द्वारों पर की गई नाकेबंदी के पहले ही दिन गगरेट स्थित प्रवेश द्वार पर श्रद्धालुओं ने जमकर हंगामा किया. सरकार की ओर से तय किये गए आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट या कोविड वैक्सीन के फाइनल सर्टिफिकेट नियमों के विरोध में श्रद्धालुओं ने गगरेट बैरियर पर जमकर नारेबाजी की. हालांकि पुलिस ने स्थिति पर बड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया. वहीं, मामले की सूचना मिलते ही तुरंत एसपी ऊना अर्जितसेन ठाकुर (SP Una Arjitsen Thakur) में भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.