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UNA: पूर्व डीजीपी के पुत्र और पुत्रवधू के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज, पढ़ें पूरा मामला - धोखाधड़ी का केस दर्ज

fraud case in una: हरोली उपमंडल के पूबोवाल निवासी एक व्यक्ति ने रिटायर्ड डीजीपी डीएस मन्हास के पुत्र और पुत्रवधू पर जमीन की खरीद-फरोख्त के मामले में धोखाधड़ी करने का आरोप जड़ते हुए मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने अदालत के आदेश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.

Fraud case filed against former DGP son and daughter-in-law
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Published : Dec 11, 2021, 9:20 PM IST

Updated : Dec 12, 2021, 6:21 AM IST

ऊना:हरोली उपमंडल के पूबोवाल निवासी एक व्यक्ति ने रिटायर्ड डीजीपी डीएस मन्हास के पुत्र (Fraud case filed against former DGP son and daughter-in-law) और पुत्रवधू पर जमीन की खरीद-फरोख्त के मामले में (fraud case in una) धोखाधड़ी करने का आरोप जड़ते हुए मामला दर्ज करवाया है. शिकायतकर्ता नहीं अपनी शिकायत में कहा कि आरोपियों द्वारा जमीन की खरीद के बदले दिए गए चेक फ्रॉड पाए गए हैं.

पुलिस ने अदालत के आदेश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस को दी तहरीर में शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप जड़ा कि आरोपी पुलिस विभाग से ही सेवानिवृत्त हुए महानिदेशक दलजीत सिंह मन्हास के पुत्र और पुत्रवधू हैं इसके चलते पुलिस ने लंबा अरसा पहले दी गई उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की है.

शिकायतकर्ता पूबोवाल निवासी 60 वर्षीय अमरीक सिंह ने अदालत में दी शिकायत में बताया कि आरोपी दंपति ने उनसे और उनके भाई समेत अन्य परिजनों से जमीन की खरीद (Case registered in land purchase case) के मामले में संपर्क किया. दोनों पक्षों के बीच जमीन की कीमत को लेकर हुई बातचीत के बाद मामला 60 लाख रुपये पर फिक्स हो गया. वहीं, दिसंबर 2017 में सेल डीड भी तैयार की गई.

इसी सेल डीड में शिकायतकर्ता, उनके भाई, भाभी, भतीजे और भतीजी के नाम पर जारी किए गए 5-5 लाख रुपए के 12 चेक की डिटेल भी लिखी गई. शिकायतकर्ता का आरोप है कि इनमें से करीब 40 रुपये के चेक फ्रॉड पाए गए हैं. भाई आरोपियों द्वारा चेक पर डाली गई तारीख 19 जनवरी दो हजार अट्ठारह की होने पर शिकायतकर्ता और उनके सभी रिश्तेदारों ने इस सेल डीड को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया. शिकायतकर्ता का आरोप है कि आरोपियों ने उन्हें फिर से गलत तथ्यों के आधार पर विश्वास में लेकर सेल डीड को आगे बढ़ाया, लेकिन फिर शिकायतकर्ता और उनके रिश्तेदारों को पता चला कि चेक पर डाली की तारीख 19 जनवरी 2018 की न होकर 23 जनवरी 2018 की है.

शिकायतकर्ता का आरोप है कि आरोपियों ने उन्हें और उनके हिस्सेदारों को बिना पैसे दिए यह जमीन अपने नाम करने का प्रयास किया है जो कि उनके साथ धोखाधड़ी है. आरोपियों ने चेक पर दिल्ली की तारीख में वर्ष 2017 को ओवरराइट करके 2018 लिखा था. जबकि आरोपी दंपति में से हरिप्रिया मिन्हास ने अपने निजी खाते की बजाए बसाल स्थित एक कंपनी के नाम की चेक उन्हें दिए थे. जबकि यह कंपनी उनकी सेल डीड में किसी भी प्रकार की पार्टी थी ही नहीं.

शिकायतकर्ता ने बताया कि इस संबंध में जब आरोपियों को उनके कांगड़ा जिला के तहत पड़ते मलोट नामक गांव के पते पर नोटिस भेजे गए तो वहां से यह नोटिस वापस आ गए, जबकि जब उन्हें यही नोटिस उनके वर्तमान पते दिल्ली एंक्लेव कॉलोनी चताड़ा जिला ऊना के नाम पर भेजे गए तब भी उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया.

शिकायतकर्ता ने आरोप जड़ा कि उन्होंने इस संबंध में 19 अप्रैल 2018 को थाना हरोली में आरोपी दंपति अमिल मिन्हास और हरीप्रिया मिन्हास के खिलाफ शिकायत सौंपी थी, लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ इसलिए कार्रवाई नहीं की कि आरोपी पुलिस के ही पूर्व महानिदेशक दलजीत सिंह मन्हास के पुत्र और पुत्रवधू है. मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने अदालत के आदेश पर मन्हास दंपति के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

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Last Updated : Dec 12, 2021, 6:21 AM IST

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