ऊना:गर्मियां बढ़ते हीहिमाचल प्रदेश के जंगलों में आग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रदेश में आए दिन जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है. वहीं, अग्निशमन विभाग द्वारा भी लोगों को जंगलों में आग लगने के कारणों के बारे में जागरूक किया जा रहा है, बावजूद इसके लोगों की लापरवाही के कारण जंगलों में आग लग रही है. ताजा मामले में जिला ऊना के गगरेट विधानसभा क्षेत्र के गांव अमलैहड़ के जंगल में भीषण आग लगी (FIRE IN AMLEHAR FOREST UNA) है. जिससे लाखों की वन संपदा राख हो गई है.
ऊना: अमलैहड़ के जंगल में भीषण आग, लाखों की वन संपदा राख
जिला ऊना के गगरेट विधानसभा क्षेत्र के गांव अमलैहड़ के जंगल में भीषण आग लगी (FIRE IN AMLEHAR FOREST UNA) है. हालांकि आग लगने के पुख्ता कारणों का अभी भी पता नहीं चल पाया है. दमकल विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी देर रात तक आग पर काबू पाने के प्रयासों में जुटे रहे. लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के आग पक काबू पाना मुश्किल हो गया. घटना में जंगल में हजारों की संख्या में पेड़ पौधों के साथ-साथ कई जीव जंतु और जानवर भी जलकर राख होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर बाद अमलैहड़ के सरकारी जंगल मे अचानक आग सुलग उठी, जिसने सांझ होते-होते रौद्र रूप धारण कर लिया और सारी रात आग कहर बरपाती रही. जिससे पूरे क्षेत्र में धुआं फैल गया. हालांकि रात को फायर ब्रिगेड के जवान एवं स्थानीय लोग आग बुझाने का प्रयास करते (Fire case In Una) रहे, लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के चलते आग पर काबू नहीं पाया जा सका. जिससे जंगल में सैकड़ों चीड़, खैर व अन्य पेड़, वनस्पति, जीव जंतु जलकर राख होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
वहीं स्थानीय निवासी ने आरोप लगाते हुए कहा कि रविवार के दिन इस क्षेत्र के जंगलों में सैकड़ों की संख्या में बाहरी लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते थे और यही लोग जाते-जाते इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे जाते (forest fire in una) हैं. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया जाए ताकि स्थानीय वन संपदा को नुकसान होने से बचाया जा सके.
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