सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी व वानिकी विश्वविद्यालय (Dr. Yashwant Singh Parmar University of Horticulture and Forestry) में पहली बार पौधों को क्वारंटाइन करने के बारे में राज्य स्तरीय कार्यशाला (Workshop ) का आयोजन किया गया. जिसमें राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों सहित प्रदेश के बागवानों को पौधों के क्वारंटाइन करने के महत्व के बारे में बताया और उन्हें विस्तृत जानकारी दी. कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. परविंदर कौशल (Vice Chancellor Dr. Parvinder Kaushal) ने की.
कुलपति डॉ. परविंदर कौशल ने क्वारंटाइन के महत्व के बारे में बागवानों और किसानों को जानकारी देने के लिए एक पुस्तक का विमोचन भी किया. डॉ. परविंदर ने बताया कि पौधों को क्वारंटाइन करना समय की मांग है ताकि बागवानों को खराब पौधों से नुकसान न हो. उन्होंने कहा कि कोरोना काल ने क्वारंटाइन का महत्व बता दिया है, ऐसे में वैज्ञानिकों सहित किसानों को पौधे को क्वारंटाइन करने के लाभ के बारे में बताया जा रहा है.