सोलन:कांग्रेस का नगर निगम सोलन के तहत शहरवासियों (Municipal Corporation Solan) को 100 रुपये में साढ़े बारह हजार लीटर पानी देने का वादा कहीं न कहीं अब कांग्रेस पर ही भारी पड़ता नजर आ रहा है, क्योंकि एक तरफ जहां कांग्रेस ने इस वादे के दम पर नगर निगम जीती. वहीं, दूसरी तरफ चुनावों के बाद नगर निगम में सत्तासीन होने के बाद वादा पूरा न कर पाने से अब लोगों से भी कांग्रेस को खरी खोटी सुनने को मिल रही है.
वहीं, अब मेयर डिप्टी मेयर और नगर निगम के अधिकारियों में भी तालमेल की कमी भी देखी जा रही है. हुआ यूं कि नगर निगम ने स्पेशल मासिक बैठक के दौरान 100 रुपये में साढ़े बारह हजार लीटर पानी देने का प्रपोजल तैयार करके (water problem in solan) सरकार को पत्र भेज दिया, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी जवाब अभी तक नहीं दिया गया है. वहीं, नगर निगम ने ये बात कहीं कि अक्टूबर माह के बाद से पानी के बिल 100 रुपये प्रति माह 12,500 लीटर पानी के लिए जाएंगे, लेकिन जब तक सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आता तब तक बिल जारी शहरवासियों को नहीं किए जाएंगे.
बावजूद इसके नगर निगम ने शहर के कुछ वार्डों में (water bill Problem in solan city) जाकर लोगों को पानी के 1000 से 2000 तक के बिल थमा दिए, जिसको लेकर मेयर डिप्टी मेयर और कमिश्नर ने इसको लेकर बैठक कर बात की, जिसके बाद ये बात सामने आई कि नगर निगम के कमिश्नर ने कुछ दिन पहले ही अपना पदभार संभाला था,जिस कारण जानकारी के अभाव में लोगो को गलती से बिल जारी कर दिए गए हैं.
ये बोली मेयर सोलन:वहीं, जब शहर में पानी के बिल जारी होने को लेकर नगर निगम की मेयर पूनम ग्रोवर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि नगर निगम ने प्रस्ताव पारित करके सरकार को भेज दिया है. जिसमें साढ़े बारह हजार लीटर पानी प्रतिमाह ₹100 के हिसाब से शहर वासियों को दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अभी तक कोई भी जवाब नहीं आया है, लेकिन जब तक कोई भी जवाब सरकार की तरफ से नहीं आता तब तक शहर वासियों को बिल जारी नहीं किए जाएंगे.