सोलन: जिला के माल रोड स्थित पुराने संस्कृत कॉलेज का भवन अब इतिहास बनकर रह जाएगा. शुक्रवार को एसडीएम सोलन रोहित राठौर ने मौके का निरीक्षण करके भवन को असुरक्षित घोषित कर तोड़ने क आदेश जारी किया है.
इतिहास बनकर रह जायेगा सोलन का पुराना संस्कृत भवन, जिला प्रशासन ने तोड़ने के दिए निर्देश
शुक्रवार को एसडीएम सोलन रोहित राठौर ने मौके का निरीक्षण करके भवन को असुरक्षित घोषित कर तोड़ने क आदेश जारी किया है. संस्कृत महाविद्यालय की बिल्डिंग ब्रिटिश काल से है और सन 1956 में इसे ब्रिटिश शासक द्वारा सोलन संस्कृत महाविद्यालय के छात्रावास के लिए दान कर दिया गया था.
एसडीएम रोहित राठौर ने बताया कि संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य की तरफ से एक पत्र उन्हें लिखा गया था. जिसमें मॉल रोड़ पर बने पुराना संस्कृत महाविद्यालय को तोड़ने की अपील की गई थी, क्योंकि भवन पुराना होने के कारण कभी भी हादसे का शिकार हो सकती थी. उन्होंने बताया कि 2016 से लेकर विभाग इसकी तरफ कार्य कर रहा था. अब इसके लिए कमेटी बनाई गई है, जिसके द्वारा इसे असुरक्षित घोषित किया जाएगा. इसके अलावा इसके बदले में यहां कन्या छात्रावास और अन्य इंडोर स्टेडियम बनाए जाएंगे.
बता दें कि सोलन मॉल रोड़ पर बनी संस्कृत महाविद्यालय की बिल्डिंग ब्रिटिश काल से है और सन 1956 में इसे ब्रिटिश शासक द्वारा सोलन संस्कृत महाविद्यालय के छात्रावास के लिए दान कर दिया गया था. उसके बाद सोलन ठोड़ो ग्राउंड के नीचे महाविद्यालय बनने के बाद यहां छात्रावास रह गया था, लेकिन 2016 से लेकर इसकी हालत इतनी खराब थी की कभी भी हादसे का शिकार हो सकती थी. ऐसे में विभाग द्वारा इसे असुरक्षित घोषित कर नया छात्रावास बनाने का प्रावधान रखा गया, जहां अब इनडोर स्टेडियम और कांफ्रेंस हॉल बनाया जायेगा.