सोलन: सवर्ण आयोग की मांग से हिमाचल प्रदेश में लगातार राजनीति गर्म होती जा रही है. उपचुनावों के बाद अब एक बार फिर देवभूमि क्षत्रिय संगठन अपनी मांग को लेकर शिमला से लेकर हरिद्वार तक 800 किलोमीटर की सवर्ण समाज अधिकार यात्रा 15 नवंबर से शुरू करने वाला है. सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि वे लोग सवर्ण आयोग की मांग को लेकर पिछले 10 महीनों से मांग कर रहे है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता उनकी बात पर ध्यान नही दे रहे हैं.
रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आज तक जितने भी मुख्यमंत्री रहे हैं वे आज तक सवर्ण जाति के रहे हैं, लेकिन वे सभी राजनीति रोटियां सेंकने के आदि हो चुके हैं. ये लोग जातिवाद से ऊपर नहीं उठना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि प्रदेश में 62 लाख की आबादी प्रदेश में सवर्ण जाति की है और सवर्ण जाति के लोग ही सबसे अधिक शोषण का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ चुका है कि प्रदेश के नेताओं का शुद्धिकरण होना चाहिए.
रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि देवभूमि क्षत्रिय संगठन और देवभूमि सवर्ण मोर्चा 15 नवम्बर से शिमला से लेकर हरिद्वार तक 800 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करने वाला है. उन्होंने कहा कि हरिद्वार से गंगाजल लाकर 10 दिसम्बर से शुरू होने वाले धर्मशाला विधानसभा सत्र में उस गंगाजल को छिड़कर सभी विधायकों का शुद्धिकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस शुद्धिकरण यात्रा के बाद हिमाचल में राजनीतिक बदलाव होंगे.