सोलन:सोलन नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ आया अविश्वास प्रस्ताव आने वाले चुनावों में कांग्रेस पर भारी पड़ सकता है. नाटकीय ढंग से बुधवार को भाजपा और कांग्रेस के 11 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव डीसी सोलन कृतिका कुलहरी को सौंप नगर निगम गिराने की आखिर पहल कर ही दी. भाजपा पार्षद काफी समय से कांग्रेस पार्षदों के मनमुटाव में सुलग रही आग पर घी डालने का प्रयास कर रहे थे. आज वह इस आग को भड़काने में कामयाब रहे.
सोलन नगर निगम के (municipal corporation solan) भाजपा और कांग्रेस के 11 पार्षदों ने एक साथ मिलकर डीसी कृतिका कुल्हारी को ज्ञापन सौंपा है. इस मौके पर कांग्रेस पार्षद सरदार सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेयर और डिप्टी मेयर द्वारा वादा खिलाफी की गई है. जिसके चलते उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पारित किया है. उन्होंने कहा कि यह वादा खिलाफी का नतीजा है लेकिन वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं. सरदार सिंह ने कहा कि नगर निगम चुनाव में पानी के बिल, कूड़े के बिल को लेकर बात कही गई थी. लेकिन आम जनता इन बिलों से अब त्रस्त है और इसका जवाब पार्षदों से हर वार्ड की जनता मांग रही है. ऐसे में मेयर डिप्टी मेयर भी पार्षदों की बात को नहीं सुन रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना का विधानसभा चुनावों पर असर पड़ने वाला नहीं है.
वहीं, वार्ड नंबर 9 के भाजपा पार्षद शैलेंद्र गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस समर्थित सोलन नगर निगम में वादाखिलाफी जारी है. पानी के बिल और अन्य बिलों को लेकर जो बात कांग्रेस ने कही थी उसको पूरा नहीं किया जा रहा है. शैलेंद्र गुप्ता ने कहा कि (No confidence motion against Mayor and Deputy Mayor) आज नगर निगम के 11 पार्षद जिसमें कांग्रेस भाजपा के पार्षद भी शामिल हैं उन्होंने एक साथ मिलकर मेयर डिप्टी मेयर को हटाने के लिए डीसी सोलन को ज्ञापन सौंपा है ताकि नए मेयर, डिप्टी मेयर सोलन नगर निगम में बनें और यहां का विकास कर सकें.