सोलन: प्रदेश के साथ-साथ बुधवार को सोलन के एनएचएम अनुबंध (nhm employees protest in hp) कर्मियों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल के साथ एनएचएम कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के प्रति रोष जताया. जिला सोलन में लगभग 100 एनएचएम अनुबंध कर्मी है, जो आज अपनी मांग को लेकर (nhm employees strike in solan) हड़ताल कर रहे हैं. क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के एनएचएम अनुबंध कर्मी भी हड़ताल पर रहे.
अनुबंध कर्मचारी संघ सोलन (nhm employees union on strike) की अध्यक्ष शशी ने बताया कि वह 17 वर्षों से एनएचएम के तहत कार्य कर रही हैं, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से एनएचएम कर्मियों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है. एनएचएम कर्मियों को पक्का करने के लिए वर्ष 2016 में नोटिफिकेशन जारी की गई थी, लेकिन यह केवल कागजों तक ही सीमित रही. 2016 से अब तक पे-स्केल भी नहीं दिया जा रहा है.
एनएचएम कर्मचारियों की सांकेतिक हड़ताल एनएचएम कर्मी बीस हजार वेतन में ही अपने परिवार का पालन-पोषण करने को मजबूर हैं. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में कार्य करने के बावजूद उन्हें स्वास्थ्य कर्मी नहीं गिना जाता है. उन्होंने कहा कि सभी जगहों पर कर्मियों को पक्का किया जा रहा है, लेकिन एनएचएम कर्मियों के साथ अनदेखी की जा रही है. कोरोना वैक्सीनेशन समेत सैंपलिंग, फिजियोथेरेपी समेत कई अन्य कार्य एनएचएम कर्मी कर रहे हैं. ऐसे में उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनकी ओर ध्यान दिया जाए.
वहीं, एनएचएम अनुबंध कर्मी सोलन के प्रोग्राम मैनेजर कमल गुलेरिया ने बताया कि वे सरकार से अपनी मांगों को लेकर कई बार बात करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है. जिसके चलते आज 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल पर बैठना पड़ा. अगर अब भी सरकार नींद से नहीं उठी, तो ये हड़ताल सरकार को भारी पड़ेगी. अगर सरकार उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं करती है तो वे आने वाले दिनों में भी हड़ताल जारी रखेंगे.
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