कांगड़ा: फतेहपुर उप-चुनाव प्रभारी एवं सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि फर्जी डिग्री घोटाले मामले में अब तक हुई जांच में पाया गया है कि मानव भारती विवि ने करीब छह लाख फर्जी डिग्रियां बांटी थी. एक-एक डिग्री के एवज में 3 से 10 लाख रुपये लिए गए थे. इसके हिसाब से मानव भारती विवि में कम से कम 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है.
राजेंद्र राणा ने कहा कि इतने बड़े स्तर के घोटाले में गिरफ्तार सभी लोगों को जमानत मिल गई और सरकार कुछ नहीं कर पाई प्रदेश सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी कि मामले में कुछ नहीं कर पा रही है और मामले को दबाने का ही प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फर्जी डिग्री मामले की जांच की मांग केवल विपक्ष ही नहीं कर रहा है, बल्कि भाजपा सरकार के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार भी मामले की सीबीआई जांच करने का सुझाव दे चुके हैं.