सोलन: जिला के गिरिपुल के पास एचआरटीसी और निजी बस चालकों और परिचालकों के बीच हुई झड़प ने कुछ ही समय में आंदोलन का रूप ले लिया है. दरअसल एचआरटीसी कर्मचारी कुछ ही देर में लामबंद हो गए और बस स्टैड पर धरना प्रदर्शन किया.
बता दें कि धरना प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने बस स्टैंड में किसी भी बस को प्रवेश नहीं करने दिया. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत करवाने का प्रयास किया, लेकिन एचआरटीसी कर्मचारी अपनी मांगों पर डटे रहे और देर शाम तक उनका आंदोलन चलता रहा.
संघर्ष समिति के अध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा और हिमाचल ट्रेड यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हितेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को मरयोग के पास निजी बस चालक ने एच आरटीसी की बस को ओवर टेक कर उसे रोका और फिर परिचालक को पीटा. उन्होंने बताया कि घटना में परिचालक गंभीर रुप में से घायल हो गया है.
संघर्ष समिति के अध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा ने कहा कि एचआरटीसी के अधिकारी बिना किसी समय सारिणी के उन्हें रूटों पर भेज देते हैं, जिसकी वजह से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बसों से पहले निजी बसों को समय दिया जाता है. जिसकी कोई भी जानकारी एच आरटीसी चालक को नहीं होती है और न ही एचआरटीसी से कोई अनापति प्रमाण पत्र लिया जाता है.
सत्यप्रकाश शर्मा ने कहा कि एचआरटीसी कर्मचारी महज पांच हजार रूपये की नौकरी करता है और लोगों से पिटता है. उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि जो भी दोषी है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए.