सोलनः जिला सोलन में साल के पहले दिन सैकड़ों भक्त मां शूलिनी के दरबार में माथा टेकने के लिए पहुंचे. मां के दरबार में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिली. नए साल के मौके पर जिला सोलन का शूलिनी मंदिर भव्य तरीके से सजाया गया है.
लोगों ने नए वर्ष की शुभकामनाओं के लिए मां से आशीर्वाद लिया. बता दें कि शूलिनी देवी सोलन सहित आसपास के क्षेत्र की कुलदेवी हैं. स्थानीय लोगों सहित किसानों की ओर से उगाई गई फसल के तैयार होने के बाद यहां पर सबसे पहले फसल को चढ़ाया जाता है, जिसके बाद लोग स्वयं अपनी फसलों का सेवन करते हैं.
बघाट रियासत की हैं कुल देवी
माता शूलिनी बघाट रियासत के शासकों की कुल श्रेष्ठा देवी मानी जाती है. वर्तमान में माता शूलिनी का मंदिर सोलन शहर के दक्षिण में विद्यमान है. इस मंदिर में माता शूलिनी के अतिरिक्त शिरगुल देवता, माली देवता इत्यादि की प्रतिमाएं मौजूद हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार माता शूलिनी सात बहनों में से एक हैं.