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न भाजपा का फूल होगा, न कांग्रेस का हाथ होगा...उपचुनाव में इस बार सिर्फ नोटा होगा: देवभूमि क्षत्रिय संगठन

देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां प्रदेश में सवर्ण आयोग के मुद्दे को दरकिनार करती आई है. लेकिन इस बार देवभूमि क्षत्रिय संगठन इकट्ठा होकर प्रदेश के चारों उपचुनाव में नोटा का बटन दबाकर दोनों ही पार्टियों को बाहर का रास्ता दिखाएगा.

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देवभूमि क्षत्रिय संगठन

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Published : Oct 22, 2021, 6:03 PM IST

सोलन: देवभूमि क्षत्रिय संगठन द्वारा अर्की विधानसभा के कुनिहार क्षेत्र में एक रैली का आयोजन किया गया. जिसमें संगठन द्वारा उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी को दरकिनार कर नोटा का बटन दबाने की अपील लोगों से की गई है. रैली को संबोधित करते हुए देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां प्रदेश में सवर्ण आयोग के मुद्दे को दरकिनार करती आई है, लेकिन अब समय आ चुका है कि सवर्ण आयोग इकट्ठा होकर इन दोनों पार्टियों को मुंहतोड़ जवाब दें.

उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है. लेकिन इस बार देवभूमि क्षत्रिय संगठन इकट्ठा होकर प्रदेश के चारों उपचुनाव में नोटा का बटन दबाकर दोनों ही पार्टियों को बाहर का रास्ता दिखाएगा. रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की राजनीति में ठाकुरों का दबदबा रहा है, लेकिन उसके बावजूद भी हिमाचल में सवर्ण आयोग का गठन नहीं हो सका.

सभी नागरिक देश में एक समान होने चाहिए अगर आरक्षण देना चाहते हैं तो आर्थिक आधार पर आरक्षण होना चाहिए. यही मांग संगठन कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी मांग पर राजनीतिक दल वोट के चक्कर में चुप्पी साधे हुए हैं, इसलिए संगठन के सदस्यों ने सवर्ण समाज से आग्रह किया है कि वह अपने बच्चों के भविष्य के लिए इन चुनावों का खुल कर विरोध करें. बता दें कि हिमाचल में देवभूमि क्षेत्रीय संगठन लंबे समय से सवर्ण आयोग की मांग कर रहा है. लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही उनकी मांग को पूरा नहीं किया. इसलिए अब देव भूमि क्षत्रिय संगठन ने भी इन चुनावों के बहिष्कार का मन बना लिया है. अगर सवर्ण समाज वास्तव में एक हो जाता है तो यह भाजपा और कांग्रेस के लिए संकट खड़ा कर सकता है.

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