सोलन: पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में कांग्रेस पार्टी आए दिन प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साध रही है. उप नेता प्रतिपक्ष और शिलाई विधानसभा क्षेत्र के विधायक हर्षवर्धन चौहान ने शुक्रवार को सोलन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश में पुलिस भर्ती मुद्दे को लेकर चल रहे विवाद (police recruitment paper leak case in Himachal) को लेकर कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, तब से लेकर अब तक हर भर्ती प्रक्रिया में या तो धांधली हुई है या फिर वो कोर्ट में विचाराधीन है.
इसके अलावा हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में हुई धांधली (Harshwardhan Chauhan on police recruitment paper leak case) से प्रदेश के हजारों युवाओं का भविष्य आज खतरे में है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है, उन्होंने कहा कि आज 75000 युवाओं का भविष्य दांव पर लगा है. चौहान ने कहा कि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में सीएम कार्यालय के भी कुछ अधिकारी शामिल हैं और सरकार को चाहिए कि इसकी सीबीआई जांच करवाई जाए. वहीं, इस दौरान उन्होंने सिरमौर के एक नेता का नाम लिए बिना उसे दलाल करार देते हुए कहा कि वो नेता भी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में शामिल है और भाजपा के ही नेता युवाओं को भविष्य बिगाड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस हेडक्वार्टर से ये किसी भी पुलिस थाना में पुलिस भर्ती मामले में केस दर्ज न किए जाने के आदेश हुए हैं. हर्षवर्धन चौहान (Deputy Leader of Opposition Harshvardhan Chauhan) ने कहा कि डीजीपी ऑफिस से ही ये पुलिस भर्ती प्रक्रिया में धांधली शुरू हुई है. उन्होंने कहा कि ग्राउंड क्लियर होने के बाद से ही ग्राउंड क्लियर करने वाले बच्चों से सम्पर्क होना शुरू हो गया था. ऐसे में सवाल ये उठता है कि उनके नम्बर कहां से उन लोगों के पास गए जो इस पेपर लीक मामले में शामिल है.