सोलन: राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष और सुजानपुर विधानसभा के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश सरकार कतई गंभीर नहीं है. वहीं, अब सरकार पर ही कोरोना वायरस के आरोप लग रहे हैं.
राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर दो कानून चल रहे हैं. कोरोना के लिए सत्ता पक्ष के लिए अलग कानून लागू हो रहे हैं जबकि आम जनता और विपक्ष के लिए अलग कानून लागू हो रहे हैं. उन्हें कहा कि अगर विपक्ष या जनता में से कोई भी कोरोना के नियमों को तोड़ रहा है तो एसओपी तोड़ने के तहत कार्रवाई की जा रही है.
सत्ता पक्ष सरकार की तरफ से कोई भी कानून तोड़ रहा है तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इससे तो बेहतर है कि सरकार आम जनता और विपक्ष के लिए अलग नोटिफिकेशन जारी करें और अपने लिए अलग नोटिफिकेशन जारी करे. इससे लोगों को समझ आएगा कि नियम तोड़ने पर कार्रवाई सिर्फ जनता पर ही होगी सत्ता पक्ष पर नहीं.
मंदिरों के कपाट खोलने पर ध्यान दे सरकार
वहीं, राजेंद्र राणा ने कहा कि जिस तरह से वैष्णो देवी मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खुल चुके हैं, उसी तरह से देवभूमि हिमाचल में भी प्रदेश सरकार का भी निर्णय लेने का समय आ चुका है. सरकार को भी एसओपी के जरिए मंदिरों को खोलने का प्रावधान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ना तो शिवरात्रि ना ही नवरात्रों में प्रदेश सरकार मंदिर खोल पाई है.