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Ramesh Chauhan on BJP: निर्दलीय विधायकों को बीजेपी में शामिल कर धूमल गुट को कमजोर कर रहे हैं सीएम जयराम ठाकुर: रमेश चौहान

बीते कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सुरेश कश्यप (Ramesh Chauhan on bjp in solan) की अगुवाई में निर्दलीय विधायक प्रकाश राणा और होशियार सिंह ने भाजपा का दामन थामा. उसी को लेकर अब कांग्रेस के मुख्य वरिष्ठ प्रवक्ता रमेश चौहान ने कहा कि भाजपा में अंतर्कलह जारी है जो अब सरेआम दिख रहा है. उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ भाजपा में गुटबाजी हावी हो रही है वहीं, गुटबाजी कांग्रेस के लिए चुनाव में लाभदायक साबित होगी.

Ramesh Chauhan on bjp in solan
कांग्रेस के मुख्य वरिष्ठ प्रवक्ता रमेश चौहान

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Published : Jun 9, 2022, 3:20 PM IST

सोलन:भाजपा जहां निर्दलीयों को दल देकर अपने गुट को मजबूत कर रही है वहीं, दूसरी तरफ अब एक बार फिर कांग्रेस ने इस पर तंज कसना शुरू कर दिया है. बीते कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सुरेश कश्यप की अगुवाई में निर्दलीय विधायक प्रकाश राणा और होशियार सिंह ने भाजपा का दामन थामा. उसी को लेकर अब कांग्रेस के मुख्य वरिष्ठ प्रवक्ता रमेश चौहान ने कहा कि भाजपा में अंतर्कलह जारी है जो अब सरेआम दिख रहा है. उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ भाजपा में गुटबाजी हावी हो रही है वहीं, गुटबाजी कांग्रेस के लिए चुनाव में लाभदायक साबित होगी.

उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायक प्रकाश राणा और होशियार सिंह (Ramesh Chauhan on bjp in solan) ने भाजपा का दामन थामा है ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के दो पूर्व खास मंत्री रविंद्र रवि और गुलाब सिंह को हटाकर उन्हें तवज्जो दी गई है. चौहान ने कहा कि जयराम ठाकुर जहां एक ओर दावा कर रहे हैं वो मिशन रिपीट करेंगे, लेकिन वे खुद ही मिशन डिलीट के लिए कदम बढ़ाने लग गए हैं. चौहान ने कहा कि दोनों निर्दलीय विधायकों को भाजपा में शामिल करके मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने ही वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के दोनों खास नेताओं को ठिकाने लगा दिया है. उन्होंने कहा कि इसका फायदा अब कांग्रेस को चुनावों में मिलने वाला है.

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वहीं, रमेश चौहान ने आम आदमी पार्टी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिमाचल में दो ही राजनीतिक पार्टियां चुनाव में आमने सामने होती है और वह है भाजपा और कांग्रेस. उन्होंने कहा कि कई बार तीसरे मोर्चे के तौर पर चुनाव में अन्य पार्टी आती है, लेकिन सत्ता की लड़ाई दो ही पार्टियों में देखने को मिलती है.

बता दें कि चुनावी साल में हिमाचल में राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है, जहां भाजपा एक तरफ मिशन रिपीट करने के भाजपा ने जोड़तोड़ की राजनीति शुरू कर दी है. वहीं, दूसरी तरफ नवसंकल्प चिंतन शिविर करके कांग्रेस खुद को मजबूत करने के लिए कमर कस रही है. बहरहाल देखना दिलचस्प होगा कि आखिर कौन हिमाचल की सता को जीतने में कामयाब होगा.

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