शिमला:नए राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भूमिका अहम है और यह तभी संभव हो पाएगा जब ज्यादा से ज्यादा युवा खासकर महिलाएं राजनीति में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करेंगी. यह बात ईटीवी भारत से खास मुलाकात में प्रज्जवल बस्टा ने कही. प्रज्जवल बस्टा हिमाचल प्रदेश की राजनीति का वह युवा चेहरा है जिसे बेहद कम समय में एक अलग पहचान मिली है. यह पहचान उन्हें तब मिली जब मात्र 21 वर्ष की आयु में उन्होंने जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र से पंचायत समिति का चुनाव लड़ा और विजयी रहीं. इतना ही नहीं वह भारत की सबसे युवा पंचायत समिति अध्यक्ष भी रही हैं.
जुब्बल कोटखाई के छोटे से गांव पांदली की प्रज्जवल बस्टा का जन्म बागवान किसान रविन्द्र सिंह के घर पर हुआ. इनकी मां तारा बस्टा गृहणी थी. प्रज्ज्वल की 12वीं तक की पढ़ाई कोटखाई से हुई. हालांकि, तब तक प्रज्ज्वल ने राजनीति में आने के बारे में सोचा तक नहीं था, लेकिन जब वह कॉलेज की पढ़ाई के लिए शिमला आईं और उन्होंने राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला में दाखिला लिया तो उस समय वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ीं.
वहीं, से एक राजनीतिक सफर की शुरुआत और राजनीति को लेकर रुचि पैदा हुई. उसके बाद जब अवसर मिला तो 21 वर्ष की उम्र में ही परिवार, आस-पड़ोस और क्षेत्र के लोगों ने उन्हें इस चुनाव में उतरने के लिए प्रोत्साहित किया. जिसमें जीत मिलने के बाद राजनीतिक सफर जो शुरु हुआ. इसके बाद प्रज्जवल ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा. इसके बाद न केवल उन्हें भारत की सबसे युवा पंचायत समिति अध्यक्ष होने का गौरव मिला, बल्कि रूस और ताइवान जैसे देशों में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व भी बखूबी किया.