शिमला: राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं की हिस्सेदारी भी बढ़ रही है. अड़सठ सदस्यों वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा में इस समय कुल पांच महिला विधायक हैं. इनमें से एक महिला कैबिनेट मंत्री भी हैं. हाल ही में सिरमौर जिला की पच्छाद सीट पर उपचुनाव जिसमें रीना कश्यप दिग्गज कांग्रेस नेता गंगूराम मुसाफिर को पराजित कर विधानसभा पहुंची हैं.
इस समय सरकार में सरवीण चौधरी के रूप में कैबिनेट मंत्री भी हैं. विपक्ष में तेजतर्रार महिला विधायक आशा कुमारी हैं. अन्य विधायकों में कमलेश कुमारी व रीता धीमान का नाम शामिल है. महिला विधायकों के लिहाज से हिमाचल की राजनीति में वर्ष 1998 का साल रिकार्ड वाला रहा है. तब विधानसभा में कुल छह महिला विधायक पहुंची थी. अब पांच विधायकों के साथ हिमाचल विधान सभा में नारी शक्ति का उद्घोष है.
1998 के विधान सभा चुनाव के बाद प्रदेश विधानसभा में विद्या स्टोक्स, विप्लव ठाकुर, आशा कुमारी कांग्रेस व सरवीण चौधरी व उर्मिल ठाकुर के बाद उप चुनाव में भाजपा की ही निर्मला देवी विधायक रही. इस तरह पहली धूमल सरकार के समय 6 महिला विधायक प्रदेश विधान सभा में थी. साल 1972 में भी विधान सभा में पदमा, सरला शर्मा, चंद्रेश कुमारी, लता ठाकुर और उनके बाद उप चुनाव में जीत हासिल कर विद्या स्टोक्स विधान सभा पहुंची थीं.