शिमला:सब्जियों के भाव ने इन दिनों गृहिणियों की रसोई का बजट बिगाड़ कर रखा दिया है. आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां गायब होने लगी हैं. भावों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवारों के लिए हरी सब्जी खरीदकर खाना मुश्किल हो रहा है. मैदानी इलाकों में पड़ रहे सूखे का असर अब सब्जियों के दामों पर भी पड़ने लगा है. बाहरी राज्यों से सब्जियां कम आने के चलते दामों में भी उछाल देखने को मिल रहा है.
शिमला में सब्जियों के रेट ने बिगाड़ा रसोई का बजट और जायका, आसमान छू रहे दाम - inflation in shimla
राजधानी शिमला में मटर, टमाटर और फ्रासबीन के दामों में (Vegetable prices increased in Shimla) भारी उछाल आया है. शिमला शहर में टमाटर ₹60 प्रति किलो बिक रहा है जबकि फ्रासबीन और मटर के दाम भी 50 पार कर गए हैं. आने वाले दिनों में भी सब्जियों के दामों में वृद्धि होने की आशंका व्यापारियों द्वारा जताई जा रही है.
राजधानी शिमला में मटर, टमाटर और फ्रासबीन के (Vegetable prices increased in Shimla) दामों में भारी उछाल आया है. शिमला शहर में टमाटर ₹60 प्रति किलो बिक रहा है जबकि फ्रासबीन और मटर के दाम भी 50 पार कर गए हैं. आने वाले दिनों में भी सब्जियों के दामों में वृद्धि होने की आशंका व्यापारियों द्वारा जताई जा रही है. वहीं, सब्जियों के दाम बढ़ने से गृहणियों का बजट भी डगमगाने लगा है. महिलाओं का कहना है कि पहले ही दालें और खाद्य तेल के दाम आसमान छू रहे हैं.
वहीं, अब सब्जियों के (tomato rate in shimla) दाम बढ़ने से मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं, जिससे घर चलाना मुश्किल हो गया है. टमाटर सहित अन्य सब्जियों के दाम में रोजाना उछाल आ रहा है. वहीं, गैस सिलेंडर के दाम में हुई बढ़ोत्तरी के कारण पहले ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बढ़ती मंहगाई पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार जल्द कारगर कदम उठाए. वहीं, शिमला सब्जी मंडी के आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष विशेषवर नाथ ने कहा कि गोभी, मटर, फ्रासबीन और टमाटर के दाम बढ़ गए हैं. ये 50 से ₹60 प्रति किलो बिक रहे हैं. वहीं, और सब्जियों की बात की जाए जो कि पंजाब से आ रही हैं जैसे, भिंडी, करेला, बैंगन, तोरी इन के दाम सामान्य हैं.