बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज चुनाव के पहला चरण का मतदान पूरा हो गया है. इस बार पंचायत चुनाव में महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती नजर आ रही हैं. चुनाव लड़ने की बात हो या फिर अपने मताधिकार के इस्तेमाल की, महिलाएं पुरुषों से एक कदम आगे ही हैं.
इसी क्रम में 22 साल की दो युवतियों ने प्रधान पद पर अपनी जीत दर्ज करवाई है. रोहड़ू की लोअरकोटि की पंचायत पर अंवितका ने अपनी जीत का पताका फहराया है और वहीं, बिलासपुर की खारसी पंचायत में 22 साल की जागृति पंचायत प्रधान के पद पर काबिज हुई हैं. खास बात ये हैं कि दोनों ही नव निर्वाचित प्रधान स्टूडेंट्स हैं और अब पंचायत प्रधान के काम के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी जारी रखने की बात कर रही हैं.
अंवतिका इग्नू से ग्रामीण विकास में कर रही पीजी
लोओर कोटी की नव निर्वाचित पंचायत प्रधान अंवितका दिल्ली से बीकॉम ग्रेजुएट हैं और वर्तमान में इग्नू से ग्रामीण विकास में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही हैं. अवंतिका ने महज 22 साल की उम्र में पंचायत के प्रधानी का चुनाव लड़ा और जीत भी गईं. अवंतिका की छवि को गांव के काफी लोग पंसद करते हैं.
चलाए जाएंगे रोजगारोन्मुख कार्यक्रम
यही वजह रही कि प्रधानी के चुनाव में अवंतिका को गांव वालों ने विजय बनाया है. अवंतिका का सपना गांव का विकास करना है, जिससे लोअरकोटि की पहचान पूरे हिमाचल के मानचित्र पर कायम हो सके. अवंतिका का कहना है कि ग्रामीणों के लिए रोजगारोन्मुख कार्यक्रम चलाए जाएंगे और सरकारी योजनाओं का उन्हें लाभ पहुंचाया जाएगा.
जागृति शैल एचपीयू में है लॉ स्टूडेंट
उधर, खारसी पंचायत की नव निर्वाचित पंचायत प्रधान जागृति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लॉ स्टूडेंट हैं. लॉ में जागृति का चौथा सेमेस्टर है. अपनी पढ़ाई के दौरान ही इस जागृति ने पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला लिया और जीत दर्ज कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा दिया है.
12वीं कक्षा में भी कर चुकी हैं टॉप