शिमला: कोविड 19 के इस दौर में अब एक बार फिर से प्रदेश में पर्यटकों की आमद बढ़ने लगी हैं. वीकेंड पर मैदानी राज्यों से शिमला घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन कोरोना के चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि प्रदेश की सीमाएं तो राज्य सरकार की ओर से पर्यटकों के लिए खोल दी गई हैं, लेकिन होटल अभी भी पूरी तरह से नहीं खुले हैं. ऐसे में होटल्स में ऑनलाइन बुकिंग भी नहीं हो पा रही है, जिससे जो पर्यटक यहां पर घूमने के लिए आ रहे हैं.
वो शिमला आकर अपने ठहरने के लिए होटल खुद ढूंढ रहे हैं, जिससे उनके तीन घंटे होटल ढूंढने में ही निकल जा रहे हैं. वहीं, जो होटल उन्हें ठहरने के लिए मिल रहा है, वहां पर मनमर्जी के दाम वसूले जा रहे हैं.
प्रदेश में घूमने आने के लिए पर्यटकों को अभी भी कोविड की नेगिटिव रिपोर्ट लेकर आने के साथ ही पंजीकरण करवाना पड़ रहा है. शिमला आ रहे ज्यादातर पर्यटक होटल्स ना खुलने की वजह से होम स्टे ओर अन्य छोटे गेस्ट हाउस में ठहर रहे हैं.
साथ ही शिमला से दूर नारकंडा, कुफरी सहित अन्य क्षेत्रों में पर्यटक घूमने के लिए जा रहे हैं.पर्यटकों ने बताया कि कोविड-19 के बीच अपने तनाव को दूर करने के लिए राजधानी शिमला में घूमने के लिए आए थे, लेकिन यहां उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि यहां पर उन्हें रहने के लिए होटल नहीं मिल पा रहे हैं. वहीं, अगर मिल रहे हैं, तो वो मनमाने पैसे वसूल रहे हैं. साथ ही कहा कि जिस पोर्टल पर उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवाया है. वहां भी उन्हें रजिस्ट्रेशन के लिए 100 रुपए प्रति व्यक्ति देना पड़ रहे हैं.
पर्यटकों ने कहा कि हिमाचल में घूमने आने के लिए जहां बॉर्डर पर ही रैपिड टेस्ट किए जाए और रिपोर्ट भी तुरंत दी जाए, ताकि सैलानियों को भारी परेशानियों का सामना ना करना पड़े. हालांकि पर्यटक हिमाचल को अन्य राज्यों से मुकाबले सुरक्षित मान रहे हैं और यही वजह है कि वो यहां घूमने के लिए आ रहे हैं. साथ ही उन्होंने सरकार से होटल खोलने की मांग की है.
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