सेब उत्पादन में चीन और अमेरिका को पछाड़ेगा हिमाचल, प्रति हेक्टेयर 50 मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य
हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादन का सफर 100 साल से अधिक का हो गया है. वर्तमान में प्रदेश में औसतन प्रति हेक्टेयर 18 से 25 मीट्रिक टन सेब पैदा हो रहा है. ऐसे में अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि हिमाचल प्रदेश के बागवान जल्द ही प्रति हेक्टेयर उत्पादन में चीन और अमेरिका को पछाड़ने की स्थिति में आ जाएंगे.
हिमाचल में बेरोजगारी का आलम, Constable के 1334 पदों के लिए डेढ़ लाख से अधिक आवेदन
हिमाचल की आबादी करीब 70 लाख है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 9 लाख के करीब बेरोजगार युवा हैं. हिमाचल में बेरोजगारी का आलम यह है कि पुलिस विभाग में 1334 कॉन्स्टेबल के पदों के लिए डेढ़ लाख से अधिक आवेदन आ चुके हैं. आंकड़ों पर नजर डालें तो 8,27,712 युवा बेरोजगार हैं. प्रदेश में सर्वाधिक 1,77,404 बेरोजगार कांगड़ा जिला में हैं. इसके अलावा लाहौल-स्पीति जिला में सबसे कम 5,028 पंजीकृत हैं.
मंडी संसदीय सीट: दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर, चुनाव प्रचार के दौरान गायब रहे जनता के मुद्दे
हिमाचल में उपचुनाव 2022 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल है, लेकिन मंडी लोकसभा सीट का उपचुनाव मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे. 2022 में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. कुल मिलाकर मौजूदा स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री पर सबसे अधिक दबाव मंडी लोकसभी सीट को लेकर है. यह मंडी में पार्टी की अस्मिता और मुख्यमंत्री के सियासी कौशल की भी परीक्षा है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री का मेन फोकस मंडी लोकसभा सीट पर है.
धन का प्रलोभन और डरा धमकाकर बीजेपी वोट लेने की कर रही कोशिश, बूथ कैप्चरिंग की आशंका: कुलदीप राठौर
उपचुनाव को लेकर तैयारियां पूरी हो गई है. 30 नवंबर को हिमाचल में एक लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीट पर वोटिंग होगी. इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर (himachal congress president kuldeep singh rathore) ने शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. कुलदीप राठौर ने कहा कि प्रदेश में कहीं शराब दी जा रही है, कहीं धन दिया जा रहा है, तो कहीं डरा धमकाकर कर वोट लेने की कोशिश की जा रही है.
जुब्बल-कोटखाई में एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस, लेकिन इस बार बदला-बदला है माहौल
भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद खाली हुई जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट उपचुनाव में सबसे हॉट सीट मानी जा रही है. जुब्बल कोटखाई सीट के राजनीतिक समीकरणों की बात करें तो यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों में हर बार कांटे की टक्कर रही है. इस बार भाजपा के दिग्गज और पूर्व मंत्री रहे नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं. 30 अक्टूबर को विधानसभा क्षेत्र के 70 हजार 939 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.