अनुराग ठाकुर के गृह राज्य में स्पोर्ट्स पॉलिसी और स्पोर्ट्स बिल का 'खेल', वीरभद्र सरकार में हुई थी HPCA पर नकेल कसने की तैयारी
समूचा भारत देश ओलंपिक खत्म होने के बाद अभी तक भी नीरज चोपड़ा, मीरा बाई चानू, रवि दहिया, पीवी सिंधू, लोवलीना, बजरंग पूनिया सहित हॉकी टीम की सफलताओं के जश्न में डूबा है. हिमाचल को भी हॉकी खिलाड़ी वरुण कुमार और पैरालंपिक में रजत पदक विजेता निषाद कुमार ने गौरव के पल दिए हैं. इस समय देश के युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री का पद भी हिमाचल के नेता अनुराग ठाकुर संभाल रहे हैं, लेकिन उन्हीं के गृह राज्य हिमाचल प्रदेश तीन साल से खेल नीति पर केवल बातें ही हो रही हैं.
हिमाचल के सबसे साक्षर जिला हमीरपुर में लड़कियों की जन्म दर लड़कों से बेहतर, जानें कैसे हुआ ये बदलाव
हमीरपुर जिले में 2016-17 में शुरू किए गए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के सार्थक परिणाम देखने को मिले हैं. हालांकि 2021 में जिले में पंचायतों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और वर्तमान समय में जिले में 248 ग्राम पंचायतें हैं. इतना ही नहीं विकासखंड हमीरपुर की अगर बात की जाए तो यहां पर तो लगभग सभी पंचायतों में इस तरह का लिंगानुपात पिछले कई सालों से देखने को मिल रहा है.
PM गरीब कल्याण अन्न योजना पर संवाद करेंगे पीयूष गोयल, तीसरे और चौथे चरण की होगी शुरुआत
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तीसरे और चौथे चरण की शुरुआत 25 सितंबर को होगी. केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल शिमला से राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे. केंद्रीय मंत्री इस दौरान योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत भी करेंगे.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह और हरदीप सिंह पुरी से मिले सुरेश भारद्वाज, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी से भी मुलाकात की. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को हिमाचल में शहरी विकास विभाग के स्थापना दिवस के अवसर पर (29 सितम्बर को) शिमला में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के लिए निमंत्रण दिया.
ये कोई प्राइमरी स्कूल नहीं है, ये डिग्री कॉलेज है...CM साहब! '4 साल हो गए कुछ तो करो'
सिरमौर जिले के बेहद दुर्गम क्षेत्र रोनहाट के सरकारी डिग्री कॉलेज की हालत देखकर आप भी दंग रहे जाएंगे. चार सालों से सरकार का ये कॉलेज सिर्फ एक ही क्लास रूम में चल रहा है. कॉलेज में करीब 200 विद्यार्थियों में 120 से अधिक गरीब घरों की छात्राएं पढ़ती हैं. वोटों की राजनीति शिक्षा को कैसे प्रभावित करती है, दुर्गम इलाके का रोनहाट डिग्री कॉलेज इसका जीवंत उदाहरण है.