पवित्र मानी जाती है किन्नौरी शराब, पूजा-पाठ और दवा के रूप में होता है इस्तेमाल
किन्नौर में शराब की उत्पत्ति सैकड़ों साल पहले जिले के बुजुर्गों ने की थी. सदियों पुरानी शराब की प्रथा नशे को न्योता नहीं देती, बल्कि किन्नौर की संस्कृति और यहां की सभ्यता को दर्शाती है. किन्नौरी शराब को पवित्र माना जाता है. इसका इस्तेमाल औषधीय रूप में भी किया जाता है. इसे पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता है. शराब को तैयार करने में कई महीने का समय लगता है.
आज के दौर में कौशल विकास रोजगार का सबसे सक्षम माध्यम: अनुराग ठाकुर
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से युवाओं को भविष्य के रोजगार विषय पर संबोधित करते हुए सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज हिमाचल राज्य में युवा आबादी बढ़ रही है और सरकार उन्हें 21वीं सदी के कौशल के साथ सक्षम बनाना चाहती है, ताकि वे बदलते गतिशील और विकसित हो रहे डिजिटल कार्यस्थल के लिए खुद को तैयार कर सकें.
हिमाचल में TB के मरीजों का होगा CT Scan और MRI बिल्कुल फ्री
हिमाचल सरकार ने क्षय राेग निर्वाण याेजना के तहत टीबी के राेगियाें के लिए एमआरआई और सीटी स्कैन टेस्ट फ्री कर दिया है. हालांकि एमआरआई की सुविधा आईजीएमसी, टांडा जैसे बड़े अस्पतालाें में ही मिल रही है, लेकिन इससे अब टीबी के राेगियाें काे काफी राहत मिलेगी.
ईशू दादी की आत्मकथा पर बन रही फिल्म मंडी में हुई शूट, सभी कलाकार निशुल्क कर रहे हैं काम
7 वर्ष की आयु से ही ईश्वरीय ज्ञान मार्ग पर अपने जीवन को समर्पित करने वाली ब्रह्माकुमारीज संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी ईशू दादी की आत्मकथा पर एक फिल्म का निर्माण किया जा रहा है. बता दें कि दादी ईशू ने अभी चार महीने पहले ही शरीर छोड़ा है और वे अपने जीवन काल में एक बार वर्ष 1988 में मंडी भी आई थी.
कार्डियोलॉजी विभाग सर्वे: मई महीने में 113 लोगों ने गंवाई थी जान, 107 ने नहीं लगवाई थी वैक्सीन
आईजीएमसी के कार्डियोलॉजी विभाग के सर्वे में बड़ा खुलासा हुआ है. विभाग की टीम ने यह सर्वे 4 मई से 27 मई के बीच का किया था, जिसमें पाया गया कि मई महीने में 113 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, जिसमें 107 लोग ऐसे थे, जिन्होंने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई थी. जबकि इसमें केवल 6 लोग ऐसे थे, जिनकी वैक्सीन लगने के बाद भी मौत हुई थी.