25 जनवरी को सोलन में मनाया जाएगा हिमाचल पूर्ण राज्यत्व दिवस का जश्न, तैयारियों में जुटा प्रशासन
हिमाचल प्रदेश को 25 जनवरी, 1971 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला (Himachal Statehood Day 2022) था. तब से लेकर हिमाचल में 25 जनवरी को पूर्ण राज्यत्व दिवस के रूप में मनाया जाता है. वहीं, इस बार पूर्ण राजयत्व दिवस का राज्यस्तरीय कार्यक्रम सोलन में आयोजित होने वाला है. जिसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर (Himachal Statehood Day in solan) दी है. एसपी सोलन वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर सोलन में कुल 10 टुकड़ियां भाग लेंगी, जिसमें पुरुष, महिला और होमगार्ड जवानों के साथ एनसीसी के जवान भी हिस्सा लेने वाले हैं.
हिमाचल में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने की मांग, DYFI ने सरकार को भेजा ज्ञापन
प्रदेश सरकार नशा-ड्रग व खनन माफिया पर लगाम लगाने के (Drugs cases in Himachal) लिए प्रदेश और जिला स्तर पर विशेष दल स्थापित करें, ताकि हिमाचल जैसे शांत प्रदेश में यूपी और बिहार जैसे हालात पैदा न हो. यह मांग भारत की जनवादी नौजवान सभा ने उपायुक्त मंडी के माध्यम से प्रदेश सरकार को भेजे गए ज्ञापन में की है. वहीं, नौजवान सभा ने प्रदेश सरकार पर (Naujawan Sabha Targeted Himachal Govt) निशाना साधते हुए कई आरोप भी लगाए हैं.
Traditions of Kinnaur: देवता गए स्वर्ग लोक और स्थानीय लोग खेलने लगे ये खेल
किन्नौर जिले के रोपा घाटी (Ropa Valley in Kinnaur) में तीरंदाजी खेल की (Archery game in Kinnaur) परंपरा सदियों पुरानी है. यहां तीरंदाजी का खेल तब खेला जाता है, जब स्थानीय देवी-देवता स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं. हालांकि, घाटी के हर गांव में अपने स्तर पर मान्यता के अनुसार तीरंदाजी खेली जाती है.
एसपी सिरमौर का दौरा: उत्तराखंड की सीमा से सटे इलाकों में निगरानी बढ़ाने के दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों राज्यों में चुनावी बिगुल बज चुका है. ऐसे में हिमाचल पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गई है. शुक्रवार को पुलिस कप्तान ओमापति जम्वाल ने चुनाव के मद्देनजर पांवटा साहिब के सभी संवेदनशील इलाकों का दौरा (Omapati Jamwal Paonta tour)किया. इस दौरान उमापति जमवाल ने पुलिस जवानों को अवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
किन्नौर में बेसहारा पशु के लिए 'चारा अभियान' शुरू कर सहारा बनी कांग्रेस
किन्नौर में इन दिनों बेसहारा पशुओं को ठंड के कारण चारे की समस्या उतपन्न हो रही (Congress fodder campaign in Kinnaur) है. ऐसे में किन्नौर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जिले में चारा अभियान चलाया है. जिसके तहत जिला के मुख्यालय रिकांगपिओ में सैकड़ों बेसहारा पशुओं को चारा दिया जा रहा है. वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेसहारा पशुओं को प्रदेश सरकार द्वारा आशियाने देने में विफल (Kinnaur Congress accuses BJP government) करार दिया.
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