कुल्लू के दोहरानाला इलाके के डाबरी गांव में सुबह के समय एक मकान में आग लग गई. आकलन के मुताबिक 2 लाख रुपये का नुकसान इस घटना में मकान मालिक हुआ है. वहीं, इस बारे में कुल्लू पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि यह मकान हनीट्रैप( honey trap) मामले में फंसी महिला का है. महिला व उसका पति न्यायिक हिरासत(judicial custody) में चल रहे हैं.
- भाई ने गोली मारकर अपने ही भाई की कर दी हत्या, भाभी घायल
गग्गल थाना क्षेत्र में भाई ने गोली मारकर अपने ही भाई की हत्या कर दी है. जानकारी के अनुसार केटलू गांव में मंगलवार देर रात पवन कुमार ने अपने घर के आंगन में बैठे भाई और भाभी पर गोली चला दी. भाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि भाभी को टांडा मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
- HPU-MAT के लिए बढ़ाई गई आवेदन तिथि, अब 21 जून तक आवेदन कर सकेंगे अभ्यर्थी
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय बिजनेस स्कूल ने एचपीयू-मैट के लिए आवेदन की तिथि को आगे बढ़ा दिया है. कोरोना की वजह से प्रदेश भर में असाधारण स्थितियां उत्पन्न हुई हैं. ऐसे में अब अभ्यर्थी 21 जून तक आवेदन कर सकेंगे.
- आंखों के लिए बेहद खतरनाक है ब्लैक फंगस! IGMC के वरिष्ठ चिकित्सक ने कही ये बात
ब्लैक फंगस आंखों के लिए बेहद खतरनाक है. आईजीएमसी में अब तक जितने भी ब्लैक फंगस के मरीज आए हैं, चिकित्सकों ने उनकी दो से तीन सर्जरी की है. ब्लैक फंगस ऐसी बीमारी है, जो मरीज के गले से ऊपर के हिस्सों में ज्यादा अटैक कर रहा है. ब्लैक फंगस के चलते मरीजों की आंखों में सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है.
- लोहारों पर चला लॉकडाउन का हथौड़ा, कोरोना काल में आर्थिक स्थिति हुई कमजोर
महंगाई बढ़ती जा रही है और लोहारों का काम खत्म होता जा रहा है. ऐसे में लोहार अपने परिवार का पालन-पोषण करने में भी असमर्थ महसूस कर रहे हैं. लोहारों पर लॉकडाउन का हथौड़ा ऐसा पड़ा कि पहले एक दिन में जो आमदनी 700-800 रुपये हुआ करती थी, आज वह आंकड़ा 100 रुपये तक भी नहीं पहुंच पा रहा है.
- कोरोना की मार! मई माह में कुल्लू में पर्यटन कारोबारियों को करीब 300 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
कोरोना के चलते पर्यटन कारोबार को काफी नुकसान पहुंचा है. मई माह में कोरोना संकट के चलते जिला कुल्लू में पर्यटन कारोबार को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष अनूप राम ठाकुर ने कहा कि समर सीजन या पूरे साल में एक मात्र मई ऐसा माह है, जिसमें पर्यटकों की अधिक भीड़ रहती है. होटलों में 100 फीसदी ऑक्यूपेंसी रहती थी. सब कुछ ठप होने से पर्यटन कारोबार को एक माह में ही 300 करोड़ रुपये की चपत लगी है.
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