23 सोलों से शहीद उधम सिंह के गांव को सड़क का इंतजार, लोगों का आरोप: प्रशासन और सरकार नहीं ले रही सुध
कारगिल युद्ध में शहीद हुए बिलासपुर के उधम सिंह के पैतृक गांव को (Martyr Udham Singh of Bilaspur) आज भी सड़क का इंतजार है. 23 वर्ष बीत जाने के बाद भी यहां सड़क नहीं बन पाई है. स्थानीय लोगों का कहना है इसकी सुध न तो प्रशासन ले रहा है और न ही सरकार. ऐसे में लोगों ने यहां जल्द से जल्द शहीद के नाम पर सड़क निर्माण की मांग उठाई है. पढ़ें पूरी खबर...
KULLU: मां नैना के सम्मान में जाग उत्सव का आयोजन, दहकते अंगारों पर नाचे माता के भक्त
कुल्लू की दियार घाटी के पिपलागे गांव में मंगलवार को मां नैना के सम्मान में जाग उत्सव का आयोजन (Jag Utsav organized in Piplage) किया गया. इस दौरान रात के समय माता के भक्त अंगारों पर खूब नाचते (Devotees walked on fire in kullu) दिखे. लोगों की मानें तो यहां पर ये प्रथा तब से चली आ रही है, जब से भगवान इस धरती पर आए हैं. यहां पर हर साल इसका आयोजन किया जाता है और प्रदेश के विभिन्न जिलों से लोग जाग उत्सव में आते हैं. पढ़ें पूरी खबर..
नेहरू कुंड में दरका पहाड़, भूस्खलन से मनाली लेह सड़क मार्ग बंद, वाहनों की लगी कतारें
मनाली के नेहरू कुंड में भूस्खलन (landslide in Nehru Kund) होने से मनाली लेह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए (Manali Leh road closed due to landslide) बंद हो गया है. यहां पर रात से ही वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं. वहीं, बीआरओ के कर्मचारी भी सड़क बहाली के कार्य में जुट हुए हैं. प्रशासन का कहना है कि जल्द की सड़क बहाल कर दी जाएगी. पढ़ें पूरी खबर..
नशे में रिश्तों का कत्ल: शिमला में बेटे ने मां को उतारा मौत के घाट, भाई को किया घायल
राजधानी शिमला से एक बेटे द्वारा अपनी ही मां की हत्या का मामला सामने (Son kills mother in Shimla) आया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि व्यक्ति नशे की हालत में अपनी मां की हत्या की है. यह वारदात शिमला के साथ लगते जुग्गा क्षेत्र में पेशा आई है. हत्या के पिछे की असली वजह क्या है? इसकी पुलिस जांच कर रही है. पढ़ें पूरी खबर...
हिमाचल की सड़कों पर बढ़ रहा गाड़ियों का बोझ, 40 हजार किलोमीटर सड़कों पर 19 लाख से अधिक वाहन
हिमाचल प्रदेश छोटा पहाड़ी राज्य और यहां 40 हजार किलोमीटर सडक़ें हैं. जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 19 लाख से ज्यादा (Increase in vehicles) वाहन हैं. वहीं, अगस्त 2015 से दिसंबर 2021 तक की अवधि में हिमाचल प्रदेश में 18327 हादसे सामने आए. इस दौरान 7320 बेशकीमती जीवन हादसों की भेंट चढ़ गए. यही नहीं, इस अवधि में 30,605 लोग घायल भी हुए.