शिमलाः हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित कोटखाई रेप और मर्डर केस से जुड़े सूरज लॉकअप हत्याकांड का ट्रायल शिफ्ट कर दिया गया है. सूरज लॉकअप हत्याकांड मामले का ट्रायल सुप्रीम कोर्ट ने शिमला से चंडीगढ़ शिफ्ट कर दिया है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सूरज हत्याकांड के सभी नौ आरोपी पुलिस कर्मियों ने ट्रायल को ट्रांसफर किए जाने की इच्छा जताई थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश जारी किए हैं. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व आईजी जहूर जैदी को बड़ी राहत देते हुए जमानत दी थी.
इस पूरे मामले में अब तक तीन लोगों को जमानत मिल चुकी है. पूर्व आईजी जहूर जैदी के अलावा शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी और ठियोग के पूर्व डीएसपी मनोज जोशी को जमानत मिल चुकी है. बाकी छह पुलिस कर्मी अब भी जेल में हैं.
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बता दें कि कोटखाई रेप और मर्डर केस से जुड़े सूरज लॉकअप हत्याकांड के आरोप में पूर्व आईजी जहूर जैदी, शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी, डीएसपी मनोज जोशी सहित कुल 9 पुलिस कर्मी सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किए थे.
क्या है मामला
हिमाचल की शांत वादियों को झकझोर कर रख देने वाला ये मामला 4 जुलाई 2017 का है. जब कोटखाई की एक छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी. इसके बाद 6 जुलाई को कोटखाई के जंगल में बिना कपड़ों के छात्रा की लाश मिली थी. छात्रा की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी.
मामले में छह आरोपी पकड़े गए थे. इनमें राजेंद्र सिंह उर्फ राजू, हलाइला गांव, सुभाष बिस्ट गढ़वाल, सूरज सिंह और लोकजन उर्फ छोटू, नेपाल और दीपक पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार शामिल थे. इनमें से सूरज की कोटखाई थाने में 18 जुलाई की रात को हत्या कर दी गई थी.
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