शिमला:हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग में चेयरमैन और तीन सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह टलने पर कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जयराम सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि आयोग में नियुक्तियां अंतिम मौके पर क्यों टाल दी गईं. राजभवन से फाइल मंजूर होने के बाद फिर नामंजूर कैसे हुई. किसके इशारे पर शपथ ग्रहण समारोह रद्द हुआ. मुख्य सचिव को नाटकीय घटनाक्रम में हटाने के पीछे भी दाल में कुछ काला है.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि (Sukhu statement on HPPSC oath ceremony) आयोग में डॉ. रचना गुप्ता को चेयरमैन लगाया जा रहा था. वह पहले आयोग में सदस्य रहीं. मुख्यमंत्री बताएं कि जब चेयरमैन के लिए उनके नाम पर मुहर लग गई थी, तो फिर शपथ रोकने के पीछे क्या कारण रहे. क्या वह योग्य उम्मीदवार नहीं थीं. किसके कहने पर उनकी नियुक्ति अंतिम वक्त रोकी गई. सरकार कौन चला रहा है? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को सरकार के फैसलों की जानकारी ही नहीं होती.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि लोक सेवा आयोग संवैधानिक संस्था है. उसके चेयरमैन और सदस्यों की नियुक्तियों का इस तरह से मजाक नहीं बनाया जाना चाहिए. सुक्खू ने निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अफसर सुनते ही नहीं हैं, यह बात पूरी तरह सिद्ध हो गई है. सरकार तो रिमोट से चल रही है. मुख्य सचिव राम सुभग सिंह को हटाने की जानकारी भी मुख्यमंत्री को नहीं थी. मुख्य सचिव को मंत्रिमंडल की बैठक के बीच ही बदल दिया गया था. सुक्खू ने कहा कि सरकार बताए की किसके कहने पर एचपीएससी में नियुक्तियां रोकी गईं.