शिमलाः हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में बहुत से विकास कार्यों को करने के लिए एचपीयू प्रशासन को बजट की दरकार है. इस बार सरकार के बजट से एचपीयू को उम्मीदें बंधी हैं. सिर्फ एचपीयू ही नहीं बल्कि विश्वविद्यालय के छात्र संगठनों की भी यही राय है कि प्रदेश की सरकार को एचपीयू के बजट में बढ़ोतरी करनी चाहिए जिससे कि विश्वविद्यालय में विकास कार्य पूरे हो सकें.
ईटीवी ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के तीन छात्र संगठन एसएफआई, एबीवीपी और एनएसयूआई के प्रतिनिधियों से बजट को लेकर उनकी राय जानी. छात्रों ने यही कहा कि एचपीयू को सरकार से अतिरिक्त बजट कि जरूरत हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वे बजट में बढ़ोतरी करें.
एसएफआई के सचिव गौरव नाथन ने कहा कि एचपीयू में चाहें बात नॉन-टीचिंग स्टॉफ की हो या फिर टीचिंग स्टाफ की सभी पद खाली पड़े हैं. इन पदों को भरने के लिए एचपीयू को बजट की जरुरत है. इसी के साथ ही एचपीयू में मात्र 550 के करीब छात्रों को ही हॉस्टल मिल पाते हैं. ऐसे में नए हॉस्टलों के निर्माण के लिए भी एचपीयू को बजट की जरुरत है.
इसके साथ ही एबीपीवी के अध्यक्ष विशाल ने कहा कि प्रदेश कि सरकार की ओर से विश्वविद्यालय और उसके अधीन आने वाले कॉलेजों में मूलभूत सुविधाएं देने ने पूरी तरह से विफल हुई है. विश्वविद्यालय में बजट की कमी के चलते जो सुविधाएं छात्रों को मिलनी चाहिए वो नहीं मिल रही है.