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लाइब्रेरी में जगह न मिलने से गुस्साए छात्रों ने शिक्षा निदेशालय का किया घेराव, आंदोलन की दी चेतावनी

संध्याकालीन महाविद्यालय में चलने वाले राज्य पुस्तकालय शिमला के दूसरे खंड के बंद होने के बाद 200 के करीब छात्र अब पढ़ाई करने के लिए स्थान तलाश रहे हैं. पढ़ाई के लिए जगह ना मिलने से छात्र परेशान हैं.

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Published : Sep 23, 2019, 9:21 PM IST

डॉ. दीक्षा मल्होत्रा, संयुक्त निदेशक

शिमला: राजधानी शिमला में छात्रों को राज्य पुस्तकालय में बैठकर पढ़ने के लिए जगह नहीं मिल रही है. संध्याकालीन महाविद्यालय में चलने वाले राज्य पुस्तकालय के दूसरे खंड केबंद होने के बाद 200 के करीब छात्र अब पढ़ाई करने के लिए स्थान तलाश रहे हैं. पढ़ाई के लिए जगह ना मिलने से छात्र परेशान हैं.

छात्रों ने सोमवार को पुस्तकालय की मांग को लेकर डीवाईएफआई के बैनर तले शिक्षा निदेशालय का घेराव किया. छात्रों ने शिक्षा निदेशालय पहुंचकर पहले तो जमकर सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की इसके बाद छात्रों ने शिक्षा निदेशक की अनुपस्थिति में संयुक्त निदेशक डॉ. दीक्षा मल्होत्रा के कार्यालय में पहुंचकर उनके समक्ष अपनी परेशानी रखी और अपनी मांगों को लेकर उन्हें ज्ञापन भी सौंपा.

छात्रों ने डॉ. दीक्षा मल्होत्रा के समक्ष अपनी मांगों को रखते हुए उन्हें अवगत करवाया की पहले तो प्रशासन ने बिना किसी नोटिस के सांध्यकालीन महाविद्यालय में चल रहे राज्य पुस्तकालय के गांधी भवन पुस्तकालय को बंद कर दिया. यहां राजधानी के दूरदराज के क्षेत्रों से छात्र पढ़ने आते थे अब यह छात्र अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं. इन छात्रों को रिज मैदान पर बने राज्य पुस्तकालय में बैठने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है. छात्र पुस्तकालय ना मिलने से दरबदर भटकने के लिए मजबूर हैं.

डॉ. दीक्षा मल्होत्रा, संयुक्त निदेशक

छात्रों ने कहा कि दूसरी ओर रिज मैदान के राज्य पुस्तकालय की समय सारणी जो सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक की थी उसमें भी बदलाव कर दिया गया है. यह पुस्तकालय मात्र 10 बजे से 5 बजे तक खोला जा रहा है जिससे छात्रों को कम समय पढ़ाई के लिए मिल रहा है. एक ओर तो प्रशासन ने पुस्तकालय को बंद कर दिया और जो नया भवन राज्य पुस्तकालय का विधानसभा के समीप बनाया गया है. उसे उद्घाटन होने के 7 माह बाद भी छात्रों को पढ़ने के लिए नहीं खोला गया है. जिस पुस्तकालय में छात्र पढ़ रहे थे उसे भी विधानसभा के समीप खोले गए नए पुस्तकालय में शिफ्ट कर दिया गया है.

छात्रों की मांग को जायज मानते हुए डॉक्टर दीक्षा मल्होत्रा ने मौके पर ही उनकी समस्याओं का समाधान किया. उन्होंने राज्य पुस्तकालय के कर्मचारियों को अपने कार्यालय में बुलाकर उन्हें निर्देश जारी किए राज्य पुस्तकालय की टाइमिंग को दोबारा से सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक किया जाए. वहीं विधानसभा के समीप बनाए गए राज्य पुस्तकालय के नए भवन को भी 2 दिनों के अंदर-अंदर अपने अधीन लिया जाए .

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