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5वीं और 8वीं के छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में नहीं किया जाएगा फेल, असेसमेंट के आधार पर होंगे प्रमोट

5वीं और 8वीं के छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में इस साल असेसमेंट के आधार पर प्रमोट किया जाएगा. प्रारंभिक शिक्षा निदेशक की ओर से सभी जिला उप निदेशकों को पत्र भी जारी कर दिए गए हैं. वहीं, छात्रों की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर भी कुछ बदलाव इस बार किए गए हैं.

Students of 5th and 8th class will be promoted on basis of assessment in board examinations
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Published : Mar 12, 2021, 12:34 PM IST

Updated : Mar 12, 2021, 1:02 PM IST

शिमलाःकोविड-19 के संकट के बीच पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों को लेकर एक बड़ा फैसला किया गया है. इन छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में फेल ना करते हुए अगले कक्षाओं में प्रमोट किया जाएगा. यानी अब पांचवीं और आठवीं के छात्रों को असेसमेंट के आधार पर ही अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा.

हालांकि, प्रदेश में सरकार की ओर से वर्ष 2019 में पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों को फेल ना करने के नियम में बदलाव करते हुए परीक्षा परिणाम के आधार पर ही छात्रों को अगली कक्षाओं में भेजने का फैसला लिया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण मार्च 2020 में लगे लॉकडाउन के कारण सरकार अपने फैसले को लागू नहीं कर सकी.

पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों को किया जाएगा प्रमोट

इस वर्ष भी कोविड-19 की वजह से छात्र अपनी नियमित कक्षाएं नहीं लगा पाए हैं. ऐसे में सरकार की ओर से यही फैसला लिया गया है कि इन छात्रों को इंटरनल असेसमेंट के आधार पर ही अगली कक्षाओं में प्रमोट किया जाएगा और किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा.

ये होंगे बदलाव

इस बारे में प्रारंभिक शिक्षा निदेशक की ओर से सभी जिला उप निदेशकों को पत्र भी जारी कर दिए गए हैं. वहीं, छात्रों की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर भी कुछ बदलाव इस बार किए गए हैं. पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र तो स्कूल शिक्षा बोर्ड ही जारी करेगा, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन स्कूल स्तर पर होगा. बोर्ड की ओर से इन छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं नहीं जांची जाएंगी.

कोविड के कारण फैसला नहीं हुआ लागू

बता दें कि प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को बीते कई वर्षों से असेसमेंट के आधार पर प्रमोट किया जाता रहा है, लेकिन सरकार ने इसमें बदलाव करते हुए पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों को परीक्षा परिणाम के आधार पर ही यानी जिन छात्रों के परीक्षा में 33 अंक होंगे, उन्हीं को अगली कक्षाओं में भेजने का फैसला लिया था. कोविड-19 की वजह से यह फैसला सरकार अभी तक लागू नहीं कर पाई है.

1 अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र आरंभ

कोविड की वजह से प्रदेश के स्कूलों में जब छात्रों की कक्षाएं नियमित रूप से नहीं लग पाई है. अब नए शैक्षणिक सत्र के लिए यह फैसला लिया गया है कि स्कूल खुलने के 1 महीने तक सरकारी स्कूलों में पुरानी कक्षाओं के पाठ्यक्रम का ही रिवीजन छात्रों को करवाई जाएगी.

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Last Updated : Mar 12, 2021, 1:02 PM IST

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