शिमलाः सरकार की ओर से प्रदेश में निजी स्कूलों को अब अभिभावकों से पूरी फीस वसूलने की छूट दे दी है. निजी स्कूलों को यह छूट देने का विरोध छात्र अभिभावक मंच की ओर से विरोध जताया जा रहा है.
छात्र अभिभावक मंच ने निजी स्कूलों और संस्थानों को पूरी फीस लेने की छूट देने के लिए सरकार के निर्णय को बेहद शर्मनाक करार दिया है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह अपने इस निर्णय को तुरंत वापस लें. उन्होंने सरकार के इस निर्णय को छात्र और अभिभावक विरोधी निर्णय करार दिया है. उनका आरोप है कि सरकार के इस निर्णय के बाद निजी स्कूलों ने अभिभावकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है. साथ ही अभिभावकों को पूरी फीस जमा करवाने के लिए लगातार बाध्य किया जा रहा है.
छात्र अभिभावक मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा का आरोप है कि सरकार के इस निर्णय के बाद निजी स्कूलों और संस्थानों ने दोबारा छात्रों अभिभावकों को पूरी फीस जमा करने के लिए मोबाइल पर मैसेज भेजना शुरू कर दिए हैं.
इन मैसेज में उन्हें डराया धमकाया जा रहा है कि अगर पूरी फीस जमा नहीं की गई तो छात्रों को ना केवल संस्थानों से बाहर कर दिया जाएगा, बल्कि उन्हें परीक्षाओं में भी नहीं बैठने दिया जाएगा. उन्होंने सुंदरनगर के खिलरा स्थित मां हाटेश्वरी नर्सिंग कॉलेज का हवाला देते हुए कहा है कि कॉलेज में पिछले 7 महीने से कोई कक्षा नहीं लगी है.