शिमलाःशिक्षा विभाग की ओर से हर साल शिक्षक दिवस पर प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में किए गए नवाचार और प्रयासों के लिए सम्मानित किया जाता है. इसके पीछे का उद्देश्य शिक्षकों को उनकी ओर से किए जा रहे कार्यों के लिए सराहना और उन्हें इस तरह के कार्य करते रहने की प्रेरणा देना है. इसी उद्देश्य से सोमवार को भी 17 शिक्षकों को शिमला में सम्मानित किया गया.
बीते वर्ष राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान प्राप्त करने वाले शिक्षक विकास महाजन को भी शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए सम्मानित किया गया. विकास महाजन ने स्कूल के पुराने छात्र जो पास आउट होकर निकले हैं, उनसे फंड एकत्र कर 2 लाख से ज्यादा का रुपये जुटाकर जरूरतमंद छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में दिया है.
स्कूल की इनरोलमेंट बढ़ाने से लेकर बच्चों को जेईई, नीट की कोचिंग का भी प्रावधान शिक्षक कर रहे हैं. वहीं, स्कूल के 150 के करीब बच्चों को ब्लेजर मुहैया करवाए गए हैं. विकास महाजन ने कहा कि शिक्षक ही देश के आने वाले भविष्य का निर्माण करते हैं, तो ऐसे में हर शिक्षक को छात्रों को बेहतर से बेहतर शिक्षा मुहैया करवाने का काम करना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने नई शिक्षा नीति की भी सराहना की और कहा कि देश की शिक्षा पद्धति में किया जा रहा यह परिवर्तन बेहद कारगर साबित होगा.
वहीं, राज्य स्तरीय पुरस्कार पाने वाली डेकिट डोलकर प्रिंसिपल गवर्मेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल काजा जिला लाहौल स्पीति, जिनका चयन सरकार की ओर से इस पुरस्कार के लिए किया गया था. उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्र में भी छात्रों की इनरोलमेंट को बढ़ाने के साथ ही कोविड-19 के संकट के समय में छात्रों को घर द्वार जाकर नोट्स पहुंचाने में अपने स्कूल के स्टाफ के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. काजा प्रदेश का एक ऐसा दुर्गम क्षेत्र है, जहां मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत हैं और ऐसे में छात्रों तक ऑनलाइन माध्यम से पहुंच पाना आसान नहीं था.