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11 साल बाद मिली थी कटासनी स्टेडियम को जमीन, अब शिमला में खत्म होगा खेल मैदान का इंतजार

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Published : Dec 18, 2021, 5:33 PM IST

हिमाचल की राजधानी शिमला में एक अदद खेल स्टेडियम (Sports stadium in Shimla) नहीं बन पाया है. अब शिमला के समीप कटासनी क्षेत्र में मल्टीपल स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स (Multiple Sports Complex in Shimla) का सपना साकार होने के आसार बढ़े हैं. कटासनी में खेल स्टेडियम को लेकर पूर्व की सरकारों में कछुआ चाल से काम हुआ. हालात यह थे कि स्टेडियम के नाम 45 बीघा जमीन ट्रांसफर करने में ही 11 साल लग गए थे.

Sports stadium will be built in Katasani area
युवा सेवाएं व खेल मंत्री राकेश पठानिया

शिमला: देश और विदेश के खेल प्रेमी बेशक धर्मशाला के क्रिकेट स्टेडियम का नाम जानते हैं, लेकिन हिमाचल की राजधानी शिमला में एक अदद खेल स्टेडियम (Sports stadium in Shimla) नहीं बन पाया. अब शिमला के समीप कटासनी क्षेत्र में मल्टीपल स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स (Multiple Sports Complex in Shimla) का सपना साकार होने के आसार बढ़े हैं. कटासनी में खेल स्टेडियम को लेकर पूर्व की सरकारों में कछुआ चाल से काम हुआ. हालात यह थे कि स्टेडियम के नाम 45 बीघा जमीन ट्रांसफर करने में ही 11 साल लग गए थे. यह बात अलग है कि शिमला में मशहूर अन्नाडेल मैदान (Sports Stadium Shimla Himachal) है, लेकिन यह सेना के अधिकार क्षेत्र में है. इसी तरह शिमला के नजदीक चायल में भी एशिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड है परंतु वह भी सेना ही इस्तेमाल करती है.

ऐसे में शिमला में एक बेहतर खेल स्टेडियम (Multiple Sports Complex in Himachal) की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है. राज्य सरकार के युवा सेवाएं व खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि कटासनी खेल स्टेडियम (Katasni area near Shimla) को लेकर कुछ जरूरी प्रक्रिया लंबित है. सारा प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है. जैसे ही स्टेडियम के रास्ते की बाधाएं दूर होंगी, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के नाम 5 साल पहले ही 45 बीघा जमीन हस्तांतरित हो चुकी है.

प्रारंभिक प्रस्ताव के तौर पर स्टेडियम के निर्माण के लिए साढे छह करोड़ रुपये रखे गए थे. कटासनी में मल्टीपल स्टेडियम में क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों की भी व्यवस्था होगी. स्टेडियम का डिजायन भी लगभग तैयार है. उल्लेखनीय है कि इस स्टेडियम के निर्माण का सपना पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह ने देखा था. उनके नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने 2005 में इस प्रोजेक्ट का ऐलान किया था.

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बाद में प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में भाजपा की सरकार आई और फिर 2012 में वीरभद्र सिंह छठी बार हिमाचल के मुख्यमंत्री बने. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2012 से 2017 तक इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं हुआ. जुलाई 2017 में कांग्रेस सरकार ने एक निजी कंपनी को स्टेडियम निर्माण का काम सौंपने की तैयारी की थी. उस समय के प्रस्तावित प्लान के अनुसार स्टेडियम के साथ छह मंजिला स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स भी बनाया जाना है. इसकी लागत करीब 55 करोड़ रुपये आंकी गई थी.

यहां क्रिकेट के अलावा हॉकी, वालीबॉल, बास्केटबॉल, फुटबॉल, बैडमिंटन, एथलेटिक्स आदि की सुविधा प्रस्तावित है. इससे पूर्व जून 2007 में कटासनी स्टेडियम (Katasani Stadium in Shimla) का शिलान्यास किया गया था. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 23 जून, 2007 को अपने जन्मदिन पर कटासनी क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया था. जिसमें अब मल्टी स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स भी बनेगा. वर्ष 2007 से लेकर अब तक इस स्टेडियम के निर्माण पर राजनीति होती रही. भाजपा सरकार पूर्व में इस स्टेडियम को लेकर उदासीन ही रही.

अब केंद्र में अनुराग ठाकुर खेल मंत्री हैं और वे हिमाचल में खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहे हैं. हालांकि पूर्व में राजनीतिक गलियारों में कटासनी और अन्नाडेल को राजनीति का अखाड़ा भी बनाया गया. 2016 में तो हिमाचल में खेल का बजट ही 15 करोड़ रुपये रखा गया था. तब बजट में कटासनी के लिए कोई आर्थिक प्रावधान नहीं रखा गया था. हालांकि 2016 में वीरभद्र सरकार ने राज्य खेल परिषद की बैठक में इस संदर्भ में मास्टर प्लान भी तैयार हुआ था.

यह बात अलग है कि किसी जमाने में शिमला का खेलों से गहरा नाता रहा. बहुत कम लोगों को यह मालूम होगा कि फुटबॉल के मशहूर टूर्नामेंट डूरंड कप की शुरुआत शिमला के अनाडेल मैदान से हुई थी. अंग्रेजी हुकूमत के वक्त भी शिमला में लॉन टेनिस व बैडमिंटन कोर्ट थे. फिलहाल शिमला में खेल मैदान के अभाव में किसी भी मान्यता प्राप्त आउटडोर खेल की प्रतियोगिताएं यहां नहीं होती. हालांकि मंडी में पड्डल मैदान (Paddal Maidan Mandi) और बिलासपुर में लुहणू मैदान (Luhnu Maidan Bilaspur) काफी बड़े हैं, लेकिन शिमला में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है. फिलहाल अब अनुराग ठाकुर के केंद्रीय खेल मंत्री बनने के बाद शिमला जिले को एक अलग से खेल स्टेडियम मिलने के आसार बढ़े हैं.

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