किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश व बर्फबारी से किन्नौर के तापमान में भारी गिरावट आई है. आलम ये है कि जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते ठंड का प्रकोप बढ़ गया है.
किन्नौर में बर्फबारी से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप, बागवानों की बढ़ी परेशानी
जिला किन्नौर में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश व बर्फबारी से किन्नौर के तापमान में भारी गिरावट आई है. किन्नौर के हांगो, भावा वैली, आसरनग, कुंनो चारनग, छितकुल, रकच्छम, कल्पा, नाको, शलखर, चुलिंग में छह इंच बर्फबारी हुई है. जिससे इन सभी क्षेत्रों में सेब की फसल को भी नुकसान हुआ है.
किन्नौर के हांगो, भावा वैली, आसरनग, कुंनो चारनग, छितकुल, रकच्छम, कल्पा, नाको, शलखर, चुलिंग में छह इंच बर्फबारी हुई है. जिससे इन सभी क्षेत्रों में सेब की फसल को भी नुकसान हुआ है. इसके अलवा एनएच पर भी जगह-जगह भूस्खलन होने का खतरा बना हुआ है. जिससे पिछले दिन एसडीएम कल्पा अवनिन्दर शर्मा ने लोगों को बिना वजह सफर न करने की हिदायत दी थी.
एचआरटीसी रिकांगपिओ डिपों ने दूरदराज क्षेत्र, जो बर्फबारी के चलते संपर्क मार्ग से कट चुके है, वहां पर बसों की आवाजाही रोक दी है. साथ ही अभी भी जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी का दौर जारी है.