शिमला: राजधानी शिमला में बर्फबारी के बाद जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. राजधानी शिमला की बात करें तो सुबह से वाहनों की आवाजाही जहां ठप है. वहीं, सड़कों पर बर्फ होने से लोगों को मुश्किलों से दो-चार होना पड़ा. लोग मुश्किल से अपने कार्यालय और काम पर निकले.
बर्फबारी से बढ़ी सड़कों पर फिसलन
शहर के अस्पतालों से तो सुबह बर्फ हटाई गई, लेकिन छोटे रास्तों और लिंक रोड से बर्फ नहीं हटाई गई है, जिससे फिसलन बढ़ गई है. संजौली आईजीएमसी सड़क सहित अन्य क्षेत्रों में नगर निगम ने फिसलन से बचने के लिए रेत डाली है, लेकिन वार्डों में बर्फ दोपहर तक नहीं हटाई गई.
बर्फ को हटाने में लगे 100 मजदूर
हालांकि, नगर निगम की ओर से 100 मजदूरों को बर्फ हटाने के लिए लगाया गया है. इसके अलावा जेसीबी और रोबोट को भी बर्फ हटाने के काम में लगाया गया है. वहीं, नगर निगम की महापौर भी दोपहर बाद वार्डों के दौरे पर निकली और वार्डों में रास्तों से बर्फ हटाने और स्थिति का जायजा लिया.
आईजीएमसी सड़क पर हटाई गई बर्फ
शिमला नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि काफी समय बाद शिमला शहर में इतनी ज्यादा बर्फबारी हुई है. उन्होंने कहा कि नगर निगम की ओर से गुरुवार शाम को ही आईजीएमसी अस्पताल, रिपन, केएनएच में सड़कों से बर्फ हटाई गई. उसके बाद ओक ओवर, छोटा शिमला, चौड़ा मैदान की तरफ बर्फ हटाने के लिए मशीनरी लगाई गई है.
बर्फबारी से सड़कों पर जमी करीब 1 फुट से ज्यादा बर्फ
इसके अलावा शहर के लिंक रोड सहित वार्डों में भी बर्फ हटाने के लिए 100 मजदूरों को लगाया गया है और शाम तक रास्तों से बर्फ को हटा दिया जाएगा. बता दें कि शिमला शहर में गुरुवार को देर शाम तक बर्फबारी होती रही जिससे करीब 1 फुट से ज्यादा बर्फ जम गई है. शुक्रवार सुबह से हालांकि मौसम पूरी तरह से साफ बना हुआ है लेकिन सड़कों पर फिसलन के चलते लोगों का चलना मुश्किल हो गया है. दोपहर बाद शहर की कुछ सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है.
नहीं पहुंची दूध और ब्रेड की सप्लाई
शिमला चंडीगढ़ राजमार्ग बंद होने के चलते सुबह तक शिमला शहर में दूध और ब्रेड की सप्लाई नहीं पहुंची. लोग सुबह से दूध के लिए दुकानों पर खड़े नजर आए. सप्लाई न आने के चलते लोगों को दूध नहीं मिल पाया. हालांकि, दोपहर बाद चंडीगढ़ शिमला मार्ग बहाल कर दिया गया था.
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