शिमलाः एसजेपीएनएल ने लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए 3 एमएलडी पानी की बर्बादी रोकने में सफलता हासिल की है. शहर में ऐसे बहुत से क्षेत्र है , जहां भारी यातायात व लोगों की आवाजाही के चलते पानी की लीकेज ठीक करना एसजेपीएनएल के लिए बडी समस्या थी, लेकिन लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए कंपनी ने शहर भर में 46 लीकेज की मरम्मत का काम पूरा किया है. इस मरम्मत कार्य से करीब 3 एमएलडी पानी की बर्बादी को रोका गया है.
कंपनी ने यह काम 6 जोन में किया, जिसमें सेंट्रल जोन में 7 जगहों, लक्कड़ बाजार जोन में 4 जगहों, चौड़ा मैदान जोन में सबसे अधिक 11 जगहों, न्यू शिमला जोन में 6 जगहों, छोटा शिमला जोन में 9 जगहों और संजौली जोन में 9 जगहों पर वाटर पाइप लाइन की लीकेज ठीक की गई.
कंपनी के एमडी धर्मेंद्र गिल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान भी फील्ड कर्मचारी पेयजल व्यवस्था से जुड़े काम कर रहें हैं. इस दौरान कंपनी ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में वाटर लाइन में हो रही लीकेज का मरम्मत कार्य पूरा कर लिया है, जिससे रोजाना होने वाली 3 एमएलडी पानी की बर्बादी को रोका गया है.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा कंपनी ने सीवरेज से जुड़ी सभी शिकायतों को भी प्राथमिकता पर निपटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शहर को सुचारू स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की जा रही है. वहीं, सोमवार को सभी पेयजल परियोजनाओें से 51.47 एमएलडी पानी मिला.
जिसमें गुम्मा से 23.74 एमएलडी, गिरि से 17.81 एमएलडी, चूरट से 2.87 एमएलडी , चैड से 2.16 एमएलडी , कोटी व ब्रांडी से 4.52 एमएलडी और सयोग 0.37 एमएलडी पानी मिला.